सुपौल के पिपरा हाई स्कूल में नौवीं की छात्रा से छेड़खानी के बाद दो गुटों में हुआ जमकर बबाल, छात्रा भी घायल, गांव में तनातनी।

न्यूज डेस्क सुपौल: पिपरा प्रखंड के जय कुमार उच्च विद्यालय रतौली जरौली में नौवीं की छात्रा से छेड़खानी के बाद मारपीट का मामला सामने आया है। जिसमें छात्रा को भी गंभीर चोट लगी है। जिसे इलाज के लिए निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि घटना के बाद दो गुटों में जमकर मारपीट की बात भी सामने आ रही है।हालांकि घटना की सूचना के बाद गांव वाले स्कूल पहुंच गए। इसके बाद पिपरा पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ग्रामीणों को समझा बूझकर समुचित कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद मामला को शांत करवाया। पीड़ित छात्रा प्रियंका कुमारी ने कहा है कि लड़के लोग गेंद खेल रहे थे। उसे गेंद से मारा गया, कहा की गेंद का चोट लगने के कारण वह दर्द महसूस कर ही रही थी की लड़कों ने उसे यह कह कर दबोच लिया कि आओ मलहम लगा देते हैं और दो लड़कों ने उसे जबरन पड़कर स्कूल के पीछे लेकर चला गया। जहां स्कूल के पीछे कुछ लोगों ने इस घटनाक्रम को देख लिया। इसके बाद वहां मौके पर पहुंचे ग्रामिनो ने छात्रा को उन लड़कों के चंगुल से छुड़ाने की कोशिश की गई। जहां दोनों तरफ से मारपीट होने लगी। इस घटना में लड़की भी छात्रा भी चोटिल हो गई है। उसके बाद घटना की जानकारी जैसे ही लोगों को हुई। लोग वहां पहुंच गए और दो गुटों में झड़प हुई।

वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही पिपरा पुलिस भी स्कूल पहुंचकर लंबी जद्दोजहद के बाद दोनों गुटों को समझा बूझकर मामला को शांत कराया। यह आश्वासन देने के बाद की लिखित आवेदन देने के पश्चात दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। तब जाकर मामला शांत हुआ।इधर पीड़ित लड़की के परिजनों का आरोप है कि इस मामले में लीपापोती की जा रही है दोषी लड़के चुकी इस स्कूल के हैं लिहाजा उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। वहीं घटना में चोटिल हुई प्रियंका कुमारी बेहोशी अवस्था में बताया कि स्कूल में मारपीट की घटना होती है लेकिन उसे पढ़ना है वह कैसे पढ़ेगी। यह बात कहकर वो रोने लगती है और मायूस हो जाती है।जाहिर सी बात है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करने वाले जिम्मेदार तंत्र को अब इस दिशा में विशेष पहल करनी होगी ताकि बेटियां स्कूल में निर्भीकता से पढ़ाई कर सके। लेकिन जब इस तरह की घटनाएं स्कूल में होती रहेगी तो बेटियां कैसे पढ़ पाएगी। फिलहाल इस घटना के बाद जहां पीड़ित परिवार डरे और सहमे हुए हैं।

वहीं परिजनों ने सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं। अब देखना होगा कि पीड़ित छात्रा को कब तक न्याय मिल पाती है। हालांकि इस बाबत स्कूल के प्रभारी एचएम अमरेंद्र कुमार ने बताया कि छात्रा द्वारा गेंद से चोट लगने की शिकायत के बाद उन्होंने इसकी तहकीकात शुरू की लेकिन तब तक झड़प होने लगी।

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