न्यूज डेस्क सुपौल:
नौ दिनों तक चले शारदीय नवरात्र के बाद शनिवार को विजयादशमी और दशहरा का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। त्योहार शांति व सौहार्द के माहौल में संपन्न हुआ। प्रखंड क्षेत्र के गणपतगंज स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंदिर में रविवार की सुबह प्रतिमा विसर्जन किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने नम आंखों से मां दुर्गा को विदाई दिया। गाजे-बाजे के साथ निकली शोभा यात्रा के साथ माता की प्रतिमा मंदिर से निकाल कर गोल बाजार, मारवाड़ी मोहल्ला, धोबियाही टोला के रास्ते गणपतगंज बाजार होते हुए राजाकालीन राज पोखर में प्रतिमा विसर्जित की गई। विसर्जन में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। महिलाओं ने भी विसर्जन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
इस दौरान जय माता दी के जयकारों से व ढोल नगाड़ों की धुन से पूरा क्षेत्र गुंजयमान हो उठा। मां दुर्गा के भक्तों ने नम आंखों से मां को विदाई दी।
मालूम हो कि विगत कई वर्ष पहले नवरात्रि में हुदहुद तूफान का कहर बरपा था जिस कारण उस वर्ष प्रतिमा विसर्जन एकदशा के दिन यानी विजयादशमी के दूसरे दिन किया गया था तब से लेकर अब तक प्रतिमा विसर्जन विजयदशमी के दूसरे दिन एकादशा के दिन ही किया जाता है।
प्रतिमा विसर्जन के दौरान राघोपुर पुलिस मौजूद रहे। विसर्जन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। इस दौरान मंदिर के कमिटी, कार्यकर्तागण समेत हजारों लोग विसर्जन कार्यक्रम में शामिल रहे।
वहीं प्रखंड क्षेत्र के सिमराही एवं राघोपुर में शनिवार रात्रि में प्रतिमा विसर्जन किया गया। प्रतिमा विसर्जन में हजारों लोग शामिल थे। मंदिर कमिटी के पदाधिकारी, कार्यकर्ता समेत राघोपुर थानाध्यक्ष नवीन कुमार अपने पुलिस बल के साथ मुस्तैद थे। सिमराही में विसर्जन यात्रा नगर भ्रमण करते हुए पचास पुला नहर में प्रतिमा का विसर्जन किया गया।