बिहार में 7.1 तीव्रता का भूकंप: सुबह-सुबह धरती हिलने से दहशत में आए लोग

न्यूज डेस्क पटना:

बिहार और उसके आसपास के इलाकों में मंगलवार सुबह 6:35 बजे जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप की तीव्रता 7.1 रिक्टर स्केल पर दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र नेपाल के गोकर्णेश्वर से लगभग 3 किलोमीटर दूर और धरती के भीतर 10 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप के झटके न केवल बिहार बल्कि नेपाल, चीन, भूटान और भारत के अन्य कई राज्यों में भी महसूस किए गए।

सुबह की शांति में अचानक हड़कंप

पटना, सुपौल, गोपालगंज, भागलपुर, मधुबनी, दरभंगा, पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा और बिहार के कई अन्य जिलों में यह झटके काफी तेज थे। सुबह-सुबह जब अधिकांश लोग गहरी नींद में सो रहे थे, तभी अचानक धरती कांपने लगी। झटकों के कारण लोग डर के मारे घरों से बाहर निकलकर खुले मैदानों और सड़कों पर इकट्ठा हो गए।

पटना में मची अफरा-तफरी

राजधानी पटना में भूकंप के झटके सबसे पहले हल्के महसूस हुए, लेकिन कुछ सेकंड बाद वे तेज हो गए। लोग घबराकर घरों से बाहर भागे। कई जगहों पर सोसायटियों में अफरा-तफरी मच गई। घरों के पंखे और फर्नीचर हिलने लगे, जिससे लोग भयभीत हो गए।

अन्य जिलों की स्थिति

सुपौल, गोपालगंज और भागलपुर जैसे इलाकों में झटके ज्यादा देर तक महसूस किए गए। सुपौल में सुबह 6:35 पर जब धरती कांपने लगी, तो लोगों की नींद टूट गई। लोग एक-दूसरे से पूछने लगे कि क्या उन्होंने भी भूकंप महसूस किया।

नेपाल में केंद्र, उत्तर बिहार पर असर

भूकंप का केंद्र नेपाल में गोकर्णेश्वर के पास था। यह इलाका उत्तर बिहार से सटा हुआ है, जिससे इसका प्रभाव बिहार के कई जिलों में महसूस किया गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, नेपाल के लोबुचे से 84 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में भी 6.5 तीव्रता का भूकंप आया, जिसकी गहराई 10 किलोमीटर थी।

क्षति की कोई सूचना नहीं

भूकंप से फिलहाल किसी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। हालांकि, इस घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। भूकंप विशेषज्ञों के अनुसार, इतने तेज झटके के बाद भी आफ्टरशॉक्स की संभावना बनी रहती है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

भूकंप के झटके अन्य जगहों पर भी महसूस किए गए

यह भूकंप केवल बिहार तक सीमित नहीं था। इसके झटके नेपाल, भूटान, चीन और भारत के अन्य राज्यों में भी महसूस किए गए। वैज्ञानिकों ने इसे एक बड़ा भूकंप माना है और इसकी तीव्रता को लेकर सतर्कता बरतने की बात कही है।

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