



न्यूज डेस्क सुपौल:
सुपौल के धरहरा स्थित प्रमुख धार्मिक स्थल भीमशंकर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। मंदिर परिसर को भव्य तरीके से सजाया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव मिल सके। पूरे मंदिर को रंग-बिरंगी लाइटों, फूलों और आकर्षक सजावट से सजाया किया गया है।
सुबह 3 बजे खुलेगा मंदिर का पट
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर कल अहले सुबह 3 बजे मंदिर का पट भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा। हजारों की संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक और पूजा-अर्चना करने के लिए मंदिर पहुंचेंगे। हर वर्ष की तरह इस बार भी भारत के विभिन्न राज्यों और पड़ोसी देश नेपाल से लाखों भक्तों के आने की संभावना है।

भव्य शोभायात्रा निकलेगी
महाशिवरात्रि के अवसर पर महादेव की भव्य बारात धूमधाम से निकाली जाएगी। गणपतगंज बाजार से शुरू होकर भीमशंकर महादेव मंदिर तक पहुंचने वाली इस शोभायात्रा में आकर्षक झांकियां, बैंड-बाजे और भक्तों की टोलियां शामिल होंगी। इस दौरान पूरा क्षेत्र “हर हर महादेव” के जयकारों से गूंज उठेगा।
व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन सतर्क
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर कमेटी और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। मंदिर कमेटी के सचिव संजीव यादव ने बताया कि इस बार सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बल के साथ-साथ स्वयंसेवक भी जगह-जगह तैनात रहेंगे, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।

वहीं, मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि इस बार की महादेव की बारात विशेष रूप से भव्य होगी। गणपतगंज ठाकुरबाड़ी से शुरू होकर यह बारात पारंपरिक गाजे-बाजे के साथ मंदिर तक पहुंचेगी। शोभायात्रा में शिव-पार्वती विवाह की झांकी भी आकर्षण का केंद्र रहेगी।
श्रद्धालुओं में उत्साह, धर्मशालाओं में की गई विशेष व्यवस्था
महाशिवरात्रि पर्व को लेकर क्षेत्र में विशेष उत्साह देखा जा रहा है। मंदिर प्रांगण और आसपास के इलाके को भक्तों के स्वागत के लिए सजाया गया है। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए सभी धर्मशालाओं में विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं, ताकि बाहर से आने वाले भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।

गुरुवार को जलढ़री उत्सव
महाशिवरात्रि के अगले दिन गुरुवार को जलधारी उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान भक्तों द्वारा विशेष पूजा-अर्चना और जलाभिषेक किया जाएगा।
मंदिर कमेटी के अनुसार, इस बार का महाशिवरात्रि उत्सव पहले से कहीं अधिक भव्य और दिव्य होने वाला है। श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और श्रद्धा-भाव से भगवान शिव की आराधना करें।