



मुख्यमंत्री ने आपातकालीन केंद्र का किया निरीक्षण, सभी जिलों को सतर्क रहने का निर्देश
न्यूज डेस्क पटना:
बिहार में पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के कई जिलों में जलजमाव और बाढ़ जैसी स्थिति बनने लगी है। मौसम विभाग ने आगामी दो-तीन दिनों में और तेज बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसके बाद राज्य सरकार ने पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
राज्य के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने रविवार को कहा कि “पिछले चार-पांच दिनों में जो बारिश हुई है, वह पहले से ही पर्याप्त है। अगर बारिश का यह सिलसिला यूं ही जारी रहा, तो यह गंभीर चिंता का विषय बन सकता है।” उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में है और अधिकारी लगातार निगरानी कर रहे हैं।
नदियों के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मंत्री ने कहा कि सभी आवश्यक संसाधन तैयार हैं और जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी आकस्मिक परिस्थिति से निपटने के लिए तत्पर रहें। साथ ही स्थानीय स्तर पर राहत सामग्री और जरूरी उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटना स्थित पटेल भवन में गृह विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग का निरीक्षण किया। उन्होंने राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र की कार्यप्रणाली का जायजा लिया और अधिकारियों से बारिश, बाढ़ और खेतों की स्थिति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र 24 घंटे काम कर रहा है और पूरे बिहार की निगरानी यहीं से की जा रही है। किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।” उन्होंने नदियों के जलस्तर पर विशेष नजर रखने और एसओपी के अनुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि जहां एक ओर बारिश से धान की रोपनी को फायदा हुआ है, वहीं नदियों के बढ़ते जलस्तर से संभावित बाढ़ का खतरा भी बना हुआ है। सरकार ने पहले से ही उन इलाकों की पहचान कर ली है जहां हर साल जलभराव की समस्या होती है। ऐसे क्षेत्रों में विशेष टीमों की तैनाती कर दी गई है और नाव, पंप सेट, ट्रैक्टर जैसे उपकरण पहले से उपलब्ध करा दिए गए हैं।
सरकार ने दावा किया है कि वह किसी भी आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। राहत शिविर, खाद्यान्न, पीने का पानी, दवा और अन्य आवश्यक सामान की व्यवस्था कर ली गई है। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जरूरत पड़ने पर तुरंत हरकत में आएं और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए।