सुपौल: वैशाली एक्सप्रेस का ललितग्राम तक स्थायी विस्तार, राघोपुर स्टेशन पर पहली बार रुकी ट्रेन, सुपौल वासियों को मिली बड़ी सौगात — ढोल-नगाड़ों, फूल-मालाओं, केक काटकर और मिठाई खिलाकर मनाया गया जश्न

News Desk Supaul:

लंबे इंतजार और संघर्ष के बाद शुक्रवार की रात राघोपुर रेलवे स्टेशन पर पहली बार वैशाली एक्सप्रेस का स्थायी रूप से आगमन हुआ। यह ट्रेन अब स्थायी रूप से ललितग्राम तक विस्तारित कर दी गई है, जिसकी मांग स्थानीय लोगों द्वारा कई महीनों से की जा रही थी। ट्रेन के रात्रि आगमन के साथ ही पूरे क्षेत्र में हर्षोल्लास का माहौल छा गया। स्टेशन परिसर में रेल संघर्ष समिति, जनप्रतिनिधियों और सैकड़ों स्थानीय लोगों ने मिलकर इस ऐतिहासिक पल को जश्न में बदल दिया।

ट्रेन का स्वागत करते लोग

रात करीब 11 बजे जैसे ही वैशाली एक्सप्रेस राघोपुर स्टेशन पर पहुंची, वैसे ही ढोल-नगाड़ों और नारों की गूंज से पूरा स्टेशन गूंज उठा। ट्रेन चालक और रेल अधिकारियों का संघर्ष समिति के सदस्यों एवं युवाओं ने फूल-मालाओं से भव्य स्वागत किया। इसके बाद केक काटकर और मिठाई खिलाकर इस उपलब्धि का जश्न मनाया गया।

केक काटकर जश्न मनाते लोग

इस अवसर पर रेलवे द्वारा राघोपुर रेलवे स्टेशन पर एक समारोह आयोजित किया गया। समारोह में मंच संचालन रेल संघर्ष समिति के सदस्य उमेश गुप्ता ने किया। आयोजित समारोह में सांसद दिलेश्वर कामैत ने फोनिक स्पीकर के माध्यम से लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि “राघोपुर से सीधी दिल्ली कनेक्टिविटी न सिर्फ इस क्षेत्र के व्यापार और शिक्षा को गति देगी, बल्कि बुजुर्गों और विद्यार्थियों के लिए भी यह बड़ी राहत है।” सांसद ने इस कार्य को मूर्त रूप देने के लिए रेल मंत्री, प्रधानमंत्री, ईस्ट सेंट्रल रेलवे के जीएम और समस्तीपुर डीआरएम का आभार जताया। सांसद ने कहा कि यह उपलब्धि संघर्ष समिति और जनता की एकजुटता का परिणाम है। उन्होंने उन सभी साथियों को धन्यवाद दिया जिन्होंने इस मांग को लेकर लगातार संघर्ष किया।

ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते

वहीं समारोह को संबोधित करते हुए रेल संघर्ष समिति के सदस्य सचिन माधोगड़िया ने कहा कि यह ठहराव सिर्फ रेल सुविधा नहीं, बल्कि राघोपुर की जनता के वर्षों के संघर्ष की जीत है। हमने सोशल मीडिया से लेकर धरातल तक एकजुट होकर आवाज उठाई, जिसका आज परिणाम मिला है।

जश्न में डूबे लोग

रेल संघर्ष समिति के सदस्य बैद्यनाथ भगत ने कहा कि वैशाली एक्सप्रेस के विस्तार से अब हमारे क्षेत्र के छात्रों, मरीजों और व्यापारियों को दिल्ली जाने में बड़ी सुविधा मिलेगी। यह ऐतिहासिक पल पूरे सुपौल के लिए गर्व की बात है।

जश्न मनाते लोग

पूर्व प्रमुख महेंद्र गुप्ता ने कहा कि रेल मंत्री से लेकर सांसद तक सभी ने हमारी मांग को गंभीरता से लिया, जिसके लिए हम सब आभारी हैं। राघोपुर में यह ट्रेन रुकना हमारे क्षेत्र के विकास की दिशा में बड़ा कदम है।

जश्न में डूबे लोग

कार्यक्रम के दौरान कई जनप्रतिनिधियों, रेलवे संघर्ष समिति के सदस्यों और स्थानीय लोगों ने भी मंच से संबोधित किया। सभी लोगों ने सांसद और संघर्ष समिति के सदस्यों जैसे मयंक गुप्ता, सचिन माधोगड़िया, बैद्यनाथ भगत, उमेश गुप्ता, अरुण जायसवाल, प्रशांत वर्मा, और मो. अरमान को इस इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।

बताया गया कि इस मांग को लेकर पूर्व में #Vaishali4Lalitgram नाम से ट्विटर पर ट्रेंड चलाया गया था। इसके साथ ही संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों ने सांसद दिलेश्वर कामैत को ज्ञापन सौंपा था, जिसके बाद सांसद ने इसे गंभीरता से उठाते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलकर इस ट्रेन का स्थायी हेतु मांग किया था।

रेलवे द्वारा आयोजित समारोह

वहीं स्थानीय स्तर पर संघर्ष समिति के सदस्यों ने स्टेशन अधीक्षक राकुमार के माध्यम से भी रेल मंत्रालय, जीएम और समस्तीपुर डीआरएम को ज्ञापन देकर ट्रेन ठहराव और विस्तार की मांग रखी थी।

स्थानीय लोगों ने बताया कि यह क्षण राघोपुर के लिए ऐतिहासिक है, क्योंकि दशकों बाद किसी प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेन ने यहां स्थायी ठहराव पाया है। इस दौरान स्टेशन परिसर में लोगों ने “रेल संघर्ष समिति ज़िंदाबाद” और “राघोपुर की जीत” जैसे नारों से वातावरण गूंजा दिया।

समारोह में उपस्थित लोग

इस मौके पर स्टेशन अधीक्षक रामकुमार, टीआई हरीश कुमार, आईडब्ल्यू प्रदीप कुमार, पूर्व प्रमुख महेंद्र गुप्ता, बिंदा गुप्ता, काशी गुप्ता, डॉ. तजम्मुल हुसैन, वार्ड पार्षद चंदू दास, रिंकू भगत, प्रमोद साह, अकरम राजा, दिलीप पूर्वे, गोपाल चांद, पारसमणि चौधरी, राहुल पासवान समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर सांसद, संघर्ष समिति और रेलवे प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।

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