News Desk Patna:
बिहार में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया अब निर्णायक चरण में पहुँच गई है। 18वीं विधानसभा से संबंधित अधिसूचना रविवार को जारी होने जा रही है, जिसके बाद पूरे राज्य में लागू आदर्श आचार संहिता भी समाप्त हो जाएगी। इसके साथ ही सोमवार से सरकार गठन की आधिकारिक गतिविधियाँ तेज हो जाएँगी।
चुनाव आयोग आज बिहार के राज्यपाल को औपचारिक रूप से विधानसभा चुनाव परिणामों की जानकारी देगा। इसी अधिसूचना के साथ चुनाव प्रक्रिया का अंतिम चरण पूरा हो जाएगा।
नीतीश कुमार सोमवार को कैबिनेट बैठक में 17वीं विधानसभा भंग करने का प्रस्ताव लाएंगे
सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल की महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। इस बैठक में 17वीं विधानसभा को भंग करने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई जाएगी। प्रस्ताव पारित होने के बाद नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौंपेंगे। उनके इस्तीफे के साथ ही नई सरकार के गठन का रास्ता पूरी तरह साफ हो जाएगा।
एनडीए के भीतर नेता चयन की दौड़ तेज, सभी घटक दलों की बैठकें होंगी
नीतीश कुमार के इस्तीफा देने के बाद एनडीए के सभी घटक दल—जेडीयू, बीजेपी और अन्य सहयोगी दल—अपने-अपने विधायक दल की बैठकें करेंगे। इन्हीं बैठकों में एनडीए का नया नेता चुना जाएगा। नेता के चयन के बाद राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा प्रस्तुत किया जाएगा। नई सरकार में शामिल दलों का अंतिम तालमेल इसी चरण में तय होगा।
पटना का गांधी मैदान शपथ ग्रहण समारोह के लिए तैयार, पीएम मोदी होंगे शामिल
इधर, पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियाँ युद्धस्तर पर जारी हैं। मंच निर्माण, सुरक्षा व्यवस्था, वीआईपी बैठने की व्यवस्था, ट्रैफिक और भीड़ प्रबंधन—इन सभी मोर्चों पर एजेंसियाँ लगातार समन्वय कर रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समारोह में शामिल होने की लगभग आधिकारिक पुष्टि हो चुकी है। इसके साथ ही कई बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और अन्य शीर्ष नेता भी पटना पहुँचेंगे। अतिथियों की भारी संख्या को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियाँ हाई अलर्ट पर हैं और पूरे शहर में विशेष सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किया गया है।
19 या 20 नवंबर को शपथ ग्रहण की सबसे अधिक संभावना
पीएम मोदी के अंतिम कार्यक्रम की मंजूरी के बाद शपथ ग्रहण की तारीख तय की जाएगी। हालांकि सूत्रों के अनुसार, 19 या 20 नवंबर को नई सरकार के शपथ ग्रहण की संभावना सबसे अधिक है। गांधी मैदान में बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति को देखते हुए प्रशासन ने विस्तृत प्लान तैयार किया है, जिसमें यातायात मार्ग बदलने से लेकर मेडिकल और आपातकालीन सेवाओं की अतिरिक्त व्यवस्था भी शामिल है।







