News Desk Supaul:
जिला स्वास्थ्य समिति सुपौल की अध्यक्षता में आज मातृ एवं शिशु सुरक्षा कार्ड (एमसीपी कार्ड) पर उन्मुखीकरण हेतु एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें जिले के सभी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, एएनएम, आशा फेसिलेटर तथा बीएमसी प्रतिनिधि शामिल हुए।
कार्यशाला के दौरान जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया कि एमसीपी कार्ड गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाने वाला अत्यंत महत्वपूर्ण दस्तावेज है। यह एक बहुउद्देशीय कार्ड है, जिसमें गर्भवती महिलाओं, माताओं और बच्चों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का संपूर्ण रिकार्ड सुरक्षित रहता है।

यूनिसेफ प्रतिनिधि ने बताया कि यह कार्ड टीकाकरण, नियमित स्वास्थ्य जांच, पोषण संबंधी जानकारी और बच्चों के संपूर्ण विकास की निगरानी में बेहद उपयोगी है। यह मौजूदा टीकाकरण कार्ड का स्थान लेता है और मातृत्व व शिशु स्वास्थ्य से जुड़ी सभी आवश्यक जानकारियों को एक ही स्थान पर उपलब्ध कराता है।
जिला सामुदायिक उत्प्रेरक ने पीपीटी प्रस्तुति के माध्यम से मातृ एवं शिशु सुरक्षा कार्ड की विशेषताओं, उपयोगिता, मुख्य उद्देश्यों और लाभों पर विस्तृत चर्चा की। साथ ही बताया गया कि इसके सही उपयोग से गर्भवती महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और निरंतरता सुनिश्चित होती है।
कार्यक्रम में बाल कृष्ण चौधरी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक-सह-योजना समन्वयक, अनुपमा चौधरी, एसएमसी यूनिसेफ, अभिषेक कुमार, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक सहित अन्य कर्मी उपस्थित रहे।







