News Desk Supaul:
सुपौल सदर अनुमंडल प्रशासन ने पिपरा प्रखंड के दुबियाही क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम और मेडिकल दुकानों पर बड़ी कार्रवाई की। अनुमंडल पदाधिकारी इंद्रवीर कुमार के निर्देश पर गुरुवार की देर रात एक विशेष टीम ने छापेमारी कर कई गंभीर अनियमितताओं का खुलासा किया।
सूचना मिली थी कि कुलानंद चौक स्थित एक अस्थायी नर्सिंग होम में बिना किसी लाइसेंस और कागजात के मरीज का ऑपरेशन किया जा रहा है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसडीओ ने प्रखंड विकास पदाधिकारी अमरेन्द्र पंडित, थानाध्यक्ष राजेश कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुनील चंद्रा और प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक रतीश चंद्र झा की टीम को तुरंत जांच के लिए भेजा। एसडीओ स्वयं भी मौके पर पहुंचे और देर रात तक छापेमारी का नेतृत्व किया।

जांच में पाया गया कि ऑपरेशन एक टूटे-फूटे अस्थायी कमरे में बेंच और टेबल पर हैलोजन लाइट जलाकर किया जा रहा था। न तो आवश्यक चिकित्सा सुविधा मौजूद थी और न ही किसी प्रकार का लाइसेंस।
प्रशासनिक कार्रवाई की भनक लगते ही कथित डॉक्टर और दुकानदार मौके से फरार हो गए। मरीज को तुरंत बेहतर इलाज के लिए राघोपुर अस्पताल भेज दिया गया।

प्रशासन ने अवैध ऑपरेशन स्थल को तत्काल सील कर दिया और वहां मौजूद विभिन्न अस्पताल सामग्रियों व उपकरणों को जब्त कर लिया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया गया।
इसी दौरान पास की दो मेडिकल दुकानों की भी जांच की गई। दोनों दुकानों को बिना किसी वैध लाइसेंस के संचालित पाया गया। इसके बाद ड्रग इंस्पेक्टर को बुलाकर दोनों दुकानों के सभी दवाओं और सामानों को जप्त किया गया तथा दुकानों पर कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।
अनुमंडल पदाधिकारी इंद्रवीर कुमार ने कार्रवाई के बाद स्पष्ट कहा कि मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। जो लोग सुपौल में अवैध चिकित्सा गतिविधियों में शामिल हैं, वे तुरंत सावधान हो जाएं। छापेमारी लगातार जारी रहेगी और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।







