न्यूज़ डेस्क सुपौल:
जिले के राघोपुर प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार की रात्रि अचानक आई तेज आंधी तूफान के साथ हुई तेज मूसलाधार बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से राहत तो मिल गई, लेकिन कहीं कहीं इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा। सिमराही बाजार स्थित रेफरल अस्पताल राघोपुर के परिसर में बने 50 बेड का नवनिर्मित अस्पताल भवन के गुणवत्ता का एक रात की आंधी ने पोल खोलकर रख दिया है।
जानकारी अनुसार करोड़ो की लागत से बने 50 बेड के अस्पताल भवन के मॉडल संरचना को आंधी से काफी नुकसान हुआ है। अस्पताल के बरामदे पर बना ग्रिड सीलिंग आंधी के चपेट में आकर पूरी तरह टूटकर क्षतिग्रस्त हो गया, हालांकि अस्पताल के कुछ कर्मियों द्वारा अहले सुबह ही सीलिंग के टूटे ब्लॉक्स को सुव्यवस्थित कर बरामदे पर रख दिया गया और लाईट ब्लॉक्स को वहां से हटा किया गया। बता दें कि रोगियों के ईलाज हेतु बनाया गया अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस 50 बेड का भवन देर रात आई चंद मिनटों की आंधी का दबाब भी नहीं झेल पाया है। इस दौरान तेज हवा के बेग ने भवन के मॉडल को कई जगह क्षतिग्रस्त कर दिया है। मजेदार बात यह कि भवन का निर्माण कुछ दिन पूर्व ही हुआ है। जिसका अभी उद्घाटन होना भी बांकी है।
इधर, स्थानीय लोगो ने भवन निर्माण में भारी अनियमितता का आरोप लगाते हुए कहा है कि यदि उद्घाटन हुआ रहता और पेसेंट भवन में मौजूद रहते तो बड़ी घटना घट सकती थी। लोगो ने निर्माण कंपनी पर भवन निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल का आरोप मढ़ते हुए जांच कर करवाई की मांग की है।
क्या कहते है अधिकारी
इस मामले में डीपीएम सुपौल मिनतुल्लाह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जिसको लेकर जांच टीम का गठन किया गया है। जांच कर आगे की कार्यवाई की जाएगी।
वही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दीपनारायण ने बताया कि अस्पताल के मरम्मत व रखरखाव हेतु 5 साल तक के लिए एक एजेंसी को कार्य दिया हुआ है। उस एजेंसी के द्वारा मरम्मत किया जा रहा है।