न्यूज़ डेस्क सुपौल:
पिछले एक वर्ष से सुपौल लोकसभा के चप्पे-चप्पे का दौरा किया है और लोगों से मिला हूं, जिस वजह से लोगों ने मुझे अपने दिल मे बसा लिया है। सुपौल लोकसभा में लड़ाई उम्मीदवार के बीच नहीं, बल्कि यहां लड़ाई अहंकार और स्वाभिमान के बीच है। उक्त बातें सुपौल लोकसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे बैद्यनाथ मेहता ने सिमराही में एक प्रेस वार्ता के दौरान कही।
दरअसल एनडीए गठबंधन को छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे राष्ट्रीय लोक मोर्चा दल के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव बैद्यनाथ मेहता ने रविवार को सिमराही स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम सुपौल के आम आवाम के स्वाभिमान के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, किसान की समस्या, रोजगार, बाढ़ आदि मुद्दों के साथ हम इस रणक्षेत्र में आये हैं। विगत एक वर्ष में हमने क्षेत्र के जितना दौरा किया है, ये अन्य उम्मीदवारों से संभव नही है।
निवर्तमान सांसद पर जमकर बरसे बैद्यनाथ मेहता
बैद्यनाथ मेहता ने निवर्तमान सांसद पर बरसते हुए कहा कि लोग जब भी उन्हें कॉल करते है तो वो बोलते है कि हम एम्स में अपना इलाज करा रहे हैं। निर्वतमान सांसद का कोई पदाधिकारी बात तक नहीं सुनता है। उनके पास पावर ही नही है, बल्कि सत्ता कोई और चला रहे हैं वो तो एक मुखौटा है। कहा कि जनता अब समझ चुकी है कि ये जो मुखौटा लगाकर शासन कर रहे हैं, उन्हीं के बीच लड़ाई है। उन्होंने कहा कि एनडीए के उम्मीदवार शारिरिक रूप से भी स्वस्थ नहीं है और उनकी उम्र भी हो चुकी है।
बैद्यनाथ मेहता ने कहा कि कई ऐसे उम्मीदवार हैं जो दिमागी रूप से भी ठीक नहीं है। उन्होंने कहा की इंडि गठबंधन के जो उम्मीदवार हैं, उनके व्यवहार से सुपौल लोकसभा की जनता अवगत है। इसी कारण यहां के जनता दोनों दलों के उम्मीदवार में से किसी को नही चाह रहा है। उन्होंने कहा कि सभी गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए राष्ट्रीय स्तर के नेता तक यहां चुनाव प्रचार करने आये, लेकिन बैद्यनाथ मेहता के साथ सुपौल की युवा शक्ति है।