न्यूज डेस्क सुपौल:
सुपौल जिले के राघोपुर स्थित केएन डिग्री कॉलेज में 30 जनवरी 2024 को हुई परीक्षा के दौरान खुलेआम नकल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया है। भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय (बीएनएमयू) की परीक्षा समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक शनिवार को कुलपति प्रो. विमलेंदु शेखर झा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में कीर्ति नारायण डिग्री कॉलेज, राघोपुर, सुपौल में आयोजित डिग्री चार वर्षीय सीबीसीएस कोर्स तृतीय सेमेस्टर दिसंबर 2024 की परीक्षा को लेकर गहन चर्चा की गयी और डिग्री चार वर्षीय सीबीसी कोर्स तृतीय सेमेस्टर दिसंबर-2024 की 30 जनवरी द्वितीय पाली को हुई परीक्षा को रद्द कर दिया गया।
कैसे सामने आया मामला
30 जनवरी को आयोजित डिग्री चार वर्षीय सीबीसी कोर्स तृतीय सेमेस्टर (दिसंबर-2024) की द्वितीय पाली की परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र पर खुलेआम नकल हो रही थी। इस दौरान किसी ने वीडियो बनाकर इसे सोशल मीडिया पर डाल दिया, जो तेजी से वायरल हो गया। मामला सामने आने के बाद कई इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और समाचार पत्रों ने इसे प्रमुखता से उठाया, जिससे विश्वविद्यालय प्रशासन को इस पर संज्ञान लेना पड़ा।
परीक्षा रद्द, जांच समिति का गठन
बैठक में विज्ञान संकाय, वाणिज्य संकाय, सामाजिक विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्षों और कुलसचिव ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि 30 जनवरी को आयोजित द्वितीय पाली की परीक्षा को रद्द कर दिया जाए। इसके अलावा, इस मामले की गहराई से जांच करने के लिए एक विशेष जांच समिति का गठन किया गया है।
आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट के आधार पर
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जांच समिति द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट किया कि परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और यदि किसी भी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
न्यूज एक्सप्रेस बिहार की रिपोर्ट का असर
इस खबर को न्यूज एक्सप्रेस बिहार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आया। कदाचार को रोकने और परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए प्रशासन ने परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया।
विश्वविद्यालय प्रशासन की सख्त निगरानी
कुलपति प्रो. विमलेंदु शेखर झा ने कहा कि परीक्षा की निष्पक्षता सर्वोपरि है और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है और परीक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।