



न्यूज़ डेस्क सुपौल:
श्रावण मास की अंतिम सोमवारी पर जिले के राघोपुर प्रखंड अंतर्गत गणपतगंज धरहरा स्थित सुप्रसिद्ध बाबा भीमशंकर महादेव मंदिर में आस्था और भक्ति का अद्वितीय संगम देखने को मिला। सोमवार की सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया, और “हर-हर महादेव” व “बोल बम” के जयघोषों से समूचा इलाका शिवमय हो उठा।

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर के पट तड़के 2 बजे ही खोल दिए गए। इसके साथ ही जलाभिषेक का क्रम शुरू हो गया, जो पूरे दिन निर्बाध रूप से चलता रहा। भक्तों की कतार मंदिर के गर्भगृह से लेकर शिवगंगा नदी तक फैली रही। कुछ स्थानों पर यह कतारें किलोमीटरों तक लंबी देखी गईं।

नेपाल और अन्य जिलों से उमड़ा सैलाब
इस पावन अवसर पर केवल सुपौल जिले ही नहीं, बल्कि सीमावर्ती नेपाल से भी हजारों श्रद्धालु पहुंचे। वहीं, भागलपुर के महादेवपुर घाट, कोसी महासेतु, कोसी बैराज और अन्य घाटों से जल लेकर हजारों कांवड़िए “बोल बम” के नारों के साथ मंदिर पहुंचे और जल चढ़ाया।
डीजे की धुन पर थिरकते कांवड़िए
कांवड़ यात्रियों की टोलियों ने उत्साह और भक्ति के साथ डीजे की भक्ति-धुनों पर नृत्य करते हुए बाबा के दरबार में अपनी हाजिरी लगाई। यह दृश्य पूरे इलाके को आनंदमय और भक्तिपूर्ण बना रहा।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने कमान स्वयं संभाली। सुपौल जिलाधिकारी सावन कुमार खुद अपने परिजनों संग मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। वहीं, एसपी शरथ आर एस ने सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सुपौल साइबर डीएसपी गौरव गुप्ता, वीरपुर डीएसपी सुरेन्द्र कुमार, इंस्पेक्टर अन्नू प्रिया, राघोपुर बीडीओ ओमप्रकाश, सीओ रश्मि प्रिया, थानाध्यक्ष नवीन कुमार सहित करजाईन और राघोपुर थानों की पुलिस टीमें मौजूद रही।

मेडिकल और प्रशासनिक व्यवस्थाएं भी चाक-चौबंद
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर परिसर में मेडिकल टीमों, स्वास्थ्यकर्मियों, सफाईकर्मियों और स्वयंसेवकों की तैनाती की गई थी। मंदिर प्रांगण, शिवगंगा घाट और मुख्य मार्गों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रही थी।

भीड़ से जाम, यातायात नियंत्रण में जुटा प्रशासन
मंदिर तक जाने वाले मार्गों पर सुबह से ही भारी भीड़ के चलते यातायात बाधित हुआ। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वैकल्पिक रूट और बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई थी, लेकिन फिर भी कुछ स्थानों पर भीषण जाम की स्थिति बनी रही। ट्रैफिक पुलिस और वालंटियर्स को काफी मशक्कत करनी पड़ी।

तीन लाख भक्तों के किया जलाभिषेक
मंदिर प्रबंधन समिति के अनुसार, इस वर्ष करीब 3 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा भीमशंकर का जलाभिषेक कर पुण्य अर्जित किया। यह आंकड़ा मंदिर के इतिहास में एक नया कीर्तिमान है। वहीं, श्रद्धालुओं ने बताया कि श्रावण मास की अंतिम सोमवारी ने यह एक बार फिर साबित कर दिया कि बाबा भीमशंकर महादेव मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि क्षेत्रीय संस्कृति, एकता और भक्ति का प्रतीक भी बन चुका है। प्रशासन की सजगता और भक्तों की श्रद्धा ने इस दिन को अविस्मरणीय बना दिया।