सुपौल में बाढ़ शमन पर उच्च स्तरीय प्रशिक्षण, दीर्घकालिक रणनीति पर जोर

न्यूज डेस्क सुपौल:

सुपौल। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (BSDMA) एवं संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को “Designing & Integrating Ecosystem-Based Flood Mitigation Projects” विषय पर एक दिवसीय उच्च स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन 11 अगस्त 2025 को पिपरा रोड स्थित शहनाई रिसॉर्ट होटल एंड रेस्टोरेंट में हुआ।

कार्यक्रम का उद्देश्य बाढ़ जोखिम, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव तथा इकोसिस्टम-आधारित समाधान को ग्रामीण विकास योजनाओं में शामिल करने पर केंद्रित था। उद्घाटन जिलाधिकारी सुपौल द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। उन्होंने अपने संबोधन में बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए ठोस एवं दीर्घकालिक रणनीतियों की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि “बाढ़ से निपटने के लिए केवल तात्कालिक उपाय नहीं, बल्कि भविष्य को ध्यान में रखकर योजनाएं बनानी होंगी।”

प्रशिक्षण सत्रों में विशेषज्ञों ने बाढ़ जोखिम और संवेदनशीलता, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, सामुदायिक लचीलापन निर्माण और एकीकृत बाढ़ शमन दृष्टिकोण पर विस्तार से चर्चा की। इसमें जोखिम प्रबंधन, संरचनात्मक व गैर-संरचनात्मक उपाय, सामुदायिक तैयारी और वित्तीय संसाधनों के बेहतर उपयोग जैसे अहम पहलुओं को शामिल किया गया।

दोपहर बाद के सत्र में प्रतिभागियों ने समूह चर्चा के माध्यम से बाढ़ शमन और आपदा तैयारी की कार्ययोजनाएं तैयार कीं। कार्यक्रम का समापन फीडबैक और आकलन सत्र के साथ हुआ। मौके पर जिले के वरिष्ठ पदाधिकारी, आपदा प्रबंधन टीम और विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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