



News Desk Samastipur:
जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपनी बिहार बदलाव यात्रा के क्रम में रविवार को समस्तीपुर पहुंचे। हसनपुर विधानसभा क्षेत्र के बिथान प्रखंड में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बिहार की मौजूदा राजनीति और नेताओं पर करारा प्रहार किया।
सभा के बाद मीडिया से बातचीत में प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आज से शुरू हुई वोटर अधिकार यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि यह जन सुराज अभियान का ही असर है कि अब बिहार के नेता सड़क पर उतरने को मजबूर हो गए हैं। उन्होंने कहा— “पहले लालू यादव के डर से लोग मोदी के लिए वोट मांगते थे और मोदी के डर से लालू के लिए। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। जनता के पास विकल्प है। लालू और मोदी का डर खत्म हो गया है, इसलिए अब सारे नेता पैदल घूमने निकल रहे हैं।”

प्रशांत किशोर ने दावा किया कि उनकी पदयात्रा से ही बिहार में सरकार को पेंशन और मानदेय बढ़ाने, यहां तक कि 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने जैसे फैसले लेने पड़े हैं। उन्होंने कहा कि यह बदलाव जनता की ताकत और जन सुराज के दबाव का नतीजा है।
हसनपुर विधानसभा को राजद नेता तेजप्रताप यादव का गढ़ बताए जाने पर उन्होंने सीधा जवाब दिया। किशोर ने कहा— “यह कोई रजवाड़ा नहीं है कि किसी का गढ़ होगा। न तेजप्रताप का गढ़ है, न प्रशांत किशोर का। गढ़ सिर्फ जनता का होता है। जनता मालिक है, जिसको वोट देगी, वही जीतेगा और वही उसका गढ़ कहलाएगा।”

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर भी निशाना साधते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि उनमें और उनके जैसे दस नेताओं में इतनी हिम्मत नहीं है कि वे खुलकर उनके खिलाफ कुछ बोल सकें। उन्होंने कहा— “मुद्दा किसी व्यक्ति विशेष का नहीं है। जो भी चोरी करेगा, बिहार को लूटेगा, उसे डर होना ही चाहिए। सबको मालूम है कि जब जन सुराज की व्यवस्था बनेगी, तो उनसे लूटे हुए पैसे की वसूली होगी।”
प्रशांत किशोर की जनसभा में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और समर्थक मौजूद रहे। उन्होंने दावा किया कि बिहार की राजनीति में एक नया विकल्प तैयार हो रहा है और आने वाले समय में जनता ही यह तय करेगी कि कौन सत्ता में आएगा और कौन हाशिए पर जाएगा।