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न्यूज डेस्क पटना:
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात मची भगदड़ में 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में सात साल के मासूम से लेकर 79 साल के बुजुर्ग तक शामिल हैं। इस हृदयविदारक घटना में जान गंवाने वालों में अधिकतर बिहार के निवासी थे। हादसे के बाद रेलवे प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है, जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को ढाई-ढाई लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
कैसे हुआ हादसा
शनिवार रात महाकुंभ जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उमड़ पड़ी। प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 के बीच स्थित पुल पर अचानक भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे भगदड़ मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस दोनों देरी से चल रही थीं। इसके कारण इन ट्रेनों के यात्री भी प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13 और 14 पर बड़ी संख्या में मौजूद थे।
इसी बीच जब एक स्पेशल ट्रेन की घोषणा हुई, तो यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। सभी लोग जल्द से जल्द ट्रेन में बैठने के लिए दौड़ पड़े। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि सीढ़ियों पर खड़े लोग अचानक गिरने लगे और भगदड़ का रूप ले लिया। इस भगदड़ में कई लोग कुचले गए और अपनी जान गंवा बैठे।
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मृतकों की सूची
इस हादसे में 18 लोगों की मौत हुई, जिनमें 12 महिलाएं और 4 बच्चे भी शामिल हैं। मृतकों की पहचान इस प्रकार है:
आहा (79 वर्ष) – पत्नी रविंद्र नाथ, निवासी बक्सर, बिहार
पिंकी (41 वर्ष) – पत्नी उपेंद्र शर्मा, निवासी संगम विहार, दिल्ली
शीला (50 वर्ष) – पत्नी उमेश गिरी, निवासी सरिता विहार, दिल्ली
व्योम (25 वर्ष) – पुत्र धर्मवारी, निवासी बवाना, दिल्ली
पूनम देवी (40 वर्ष) – पत्नी मेघा नाथ, निवासी सारण, बिहार
ललिता देवी (35 वर्ष) – पत्नी संतोष, निवासी पटना, बिहार
सुरुचि (11 वर्ष) – पुत्री मनोज शाह, निवासी मुजफ्फरपुर, बिहार
कृष्णा देवी (40 वर्ष) – पत्नी विजय शाह, निवासी समस्तीपुर, बिहार
विजय शाह (15 वर्ष) – पुत्र राम स्वरूप शाह, निवासी समस्तीपुर, बिहार
नीरज (12 वर्ष) – पुत्र इंद्रजीत पासवान, निवासी वैशाली, बिहार
शांति देवी (40 वर्ष) – पत्नी राज कुमार मांझी, निवासी नवादा, बिहार
पूजा कुमार (8 वर्ष) – पुत्री राज कुमार मांझी, निवासी नवादा, बिहार
संगीता मलिक (34 वर्ष) – पत्नी मोहित मलिक, निवासी भिवानी, हरियाणा
पूनम (34 वर्ष) – पत्नी वीरेंद्र सिंह, निवासी महावीर एन्क्लेव, दिल्ली
ममता झा (40 वर्ष) – पत्नी विपिन झा, निवासी नांगलोई, दिल्ली
रिया सिंह (7 वर्ष) – पुत्री ओपिल सिंह, निवासी सागरपुर, दिल्ली
बेबी कुमारी (24 वर्ष) – पुत्री प्रभु शाह, निवासी बिजवासन, दिल्ली
मनोज (47 वर्ष) – पुत्र पंजदेव कुशवाहा, निवासी नांगलोई, दिल्ली
घायलों की स्थिति
इस हादसे में दर्जनों लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है। घायलों का इलाज नजदीकी अस्पतालों में कराया जा रहा है। रेलवे प्रशासन और दिल्ली सरकार ने सभी पीड़ितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
रेलवे ने बनाई जांच टीम
घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने हादसे की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम का गठन किया है। इस टीम में उत्तरी रेलवे के प्रिंसिपल चीफ कमर्शियल मैनेजर नरसिंह देव और मुख्य सुरक्षा आयुक्त पंकज गंगवार को शामिल किया गया है। यह टीम घटना से जुड़े सभी सबूतों को इकट्ठा कर रही है। रविवार दोपहर टीम रेलवे स्टेशन पहुंची और प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर जाकर हालात का जायजा लिया।
जांच टीम ने स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखने के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने यात्रियों और रेलवे कर्मियों से भी जानकारी जुटाई है ताकि भगदड़ की असली वजहों का पता लगाया जा सके।
बिहार सरकार की ओर से सहायता
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दुखद घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है और मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों से धैर्य रखने की अपील की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
यात्रियों में आक्रोश
हादसे के बाद स्टेशन पर मौजूद यात्रियों और मृतकों के परिजनों में गुस्सा देखने को मिला। लोगों का कहना है कि अगर रेलवे पहले से भीड़ नियंत्रण के इंतजाम करता, तो यह घटना टल सकती थी। कई यात्रियों ने रेलवे की अव्यवस्था और सुरक्षा उपायों की कमी को लेकर सवाल उठाए हैं।