बिहार बंद: मतदाता सूची पुनरीक्षण पर विरोध तेज, इंडिया गठबंधन का राज्यव्यापी प्रदर्शन, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पटना में विशाल मार्च

न्यूज डेस्क पटना:

बिहार में चल रहे मतदाता गहन पुनरीक्षण अभियान को लेकर विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन ने बुधवार को प्रदेशव्यापी बिहार बंद का आह्वान किया है। गठबंधन का आरोप है कि मतदाता सूची में संशोधन के नाम पर गरीब और वंचित तबकों को योजनाबद्ध तरीके से सूची से बाहर किया जा रहा है। बंद के समर्थन में राज्य भर में विरोध-प्रदर्शन, चक्का जाम और रैलियों का दौर जारी है।

पटना में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने संभाला मोर्चा

बिहार बंद को धार देने के लिए लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज पटना पहुंचे, जहां उन्होंने आयकर गोलंबर से निर्वाचन आयोग कार्यालय तक विरोध मार्च का नेतृत्व किया। उनके साथ राजद नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी सहित महागठबंधन के कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय का घेराव किया और मतदाता सूची पुनरीक्षण पर तत्काल रोक लगाने की मांग की। पुलिस-प्रशासन की ओर से पटना में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से निपटा जा सके।

जिलों में आगजनी और चक्का जाम

राज्य के विभिन्न जिलों से भी बंद के दौरान सड़क जाम, रेलवे ट्रैक बाधित, और टायर जलाकर प्रदर्शन जैसी खबरें सामने आ रही हैं। दानापुर में प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर आगजनी कर आवागमन बाधित कर दिया। सुपौल में महागठबंधन के कार्यकर्ता NH 27 को जाम कर धरना प्रदर्शन पर बैठ गया है। राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य मार्गों और रेल पटरियों पर भी बंद समर्थक जुटे हुए हैं, जिससे परिवहन व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।

गठबंधन की आपत्तियां और मांगें

INDIA गठबंधन का कहना है कि मतदाता गहन पुनरीक्षण के तहत मांगे जा रहे 11 प्रकार के दस्तावेज, जैसे आधार, राशन कार्ड, जन्म प्रमाणपत्र आदि, गरीब तबके के लोगों के पास नहीं हैं। इससे आशंका है कि करोड़ों लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा सकते हैं, जो लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन होगा।

गठबंधन ने इस प्रक्रिया को विधानसभा चुनावों के बाद कराए जाने की मांग की है, ताकि किसी भी राजनीतिक पूर्वाग्रह या भेदभाव से बचा जा सके।

श्रमिक संगठनों का भी समर्थन

इस बंद को राज्य के प्रमुख श्रमिक संगठनों का भी समर्थन मिला है। इन संगठनों ने 44 सूत्रीय मांगों को लेकर बंद में भागीदारी की है, जिनमें न्यूनतम मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा, स्थायी नियुक्ति जैसे मुद्दे प्रमुख हैं।

प्रशासन अलर्ट, जनजीवन प्रभावित

बंद के मद्देनज़र पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। राजधानी सहित सभी जिलों में धारा 144 लागू कर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। कई जगहों पर स्कूल बंद कर दिए गए हैं, जबकि बस सेवाएं और अन्य यात्री वाहन ठप पड़े हैं।

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