रिपोर्ट: राहुल पराशर|अररिया
अररिया जिला भीषण शीतलहरी के चपेट में है। लगातार गिरते पारा से आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। प्राइवेट संस्थान क्या सरकारी कार्यालयों में भी सन्नाटा दिखने लगा है। हालात यह है कि शहर के सड़कों पर वाहन से दूर पैदल चलना भी दूभर हो गया है। कड़ाके की ठंड व कुहासे के बीच आम लोग ठिठुर रहे हैं। सबसे अधिक दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूरों की स्थिति दयनीय हो गई है। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर दोपहर बाद से ही सन्नाटा छाने लगता है। वहीं दुकानदार अलाव में अपने शरीर को गर्म करते नजर आते हैं।
मंगलवार को फारबिसगंज नप प्रशासन ने देर संध्या एक दर्जन जगहों पर अलाव की व्यवस्था की है। जो उंट के मुंह में जीरा का फोरन साबित हो रहा है। दो टाइम की जगह महज एक टाइम शाम में अलाव की व्यवस्था की गयी है।
स्थानीय राकेश बंसल, नवीन गुप्ता, आशीष जायसवाल, अमित शाह, पवन कन्नौजिया, आशीष साह, संतोष महासेठ, संजय साह आदि ने मांग की कि सुबह शाम दोनों समय अलाव की व्यवस्था होनी चाहिये। नप के नाजिर आर्यन कुमार के देखरेख में अलाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर लकड़ी की व्यवस्था की गयी। नाजिर आर्यन ने बताया की कार्यपालक पदाधिकारी के निर्देश पर एक दर्जन जगहों पर अलाव के लिये लकड़ी गिराया गया।जिसमें सुभाष चौक, बस स्टैंड, विक्रान्ता चौक, स्टेशन चौक, छुआ पट्टी चौक, पटेल चौक, इंडियन ऑयल चौक, रेफरल मोड़, काली मेला चौक, गोढियारे चौक, धर्मशाला चौक, दीनदयाल चौक, पटना बस स्टैंड, रेफरल अस्पताल आदि हैं।