न्यूज डेस्क सुपौल:
सरस्वती पूजा की तैयारी शुरू हो चुकी है। जिले के राघोपुर प्रखंड में मूर्तिकार देवी सरस्वती की प्रतिमाओं को तैयार करने में युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं। इधर, बाजार में रेडीमेड मूर्तियों के आने से स्थानीय मूर्तिकारों को उचित मुनाफा नहीं होने के साथ ही प्रतिस्पर्धा भी बढ़ गई है। मूर्तिकारों ने बताया कि पहले की अपेक्षा वर्तमान में मूर्तिकारों की स्थिति दयनीय है। हालांकि, पुरानी परंपरा को आज भी आगे बढ़ाने का काम वे कर रहे हैं, लेकिन लागत और मेहनत के अनुसार मुनाफा नहीं मिल पाता है। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि मूर्ति निर्माण के बाद उसकी बिक्री नहीं हो पाती है। जिसके कारण अगले वर्ष तक मूर्ति बेचने का इंतजार करना पड़ता है। इस दौरान कई मूर्तियां नष्ट हो जाती है जिसका नुकसान उन्हें वहन करना पड़ता है। सरस्वती पूजा को लेकर प्रखंड के सभी शैक्षणिक परिसरों एवं विद्यालयों में पूजा की तैयारी जोर शोर से की जा रही है। जिसको लेकर स्कूली बच्चों के बीच उत्साह का माहौल दिख रहा है।
पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाशपुर जिले के रहने मूर्तिकार प्रशांत पाल ने बताया कि सरस्वती पूजा को लेकर एक माह पूर्व से मूर्ति बनाने का काम शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि गणपतगंज में वे करीब 22 वर्षों से मूर्ति का निर्माण करते आ रहे है। उन्होंने बताया कि 14 फरवरी को होने वाले सरस्वती पूजा के लिए मूर्तियों को अब अंतिम रूप दिया जा रहा है। बताया कि इस बार पहले की अपेक्षा मूर्तियों के लिए अग्रिम बुकिग पहले ही हो गयी है। बता दें कि इस बार सरस्वती पूजा 14 फरवरी को मनाई जाएगी।
वही राघोपुर थाना परिसर में रविवार को सरस्वती पूजा को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता बीडीओ ओमप्रकाश ने किया। इस दौरान सर्किल इंस्पेक्टर वीरपुर अनुप्रिया एवं थानाध्यक्ष नवीन कुमार सहित क्षेत्र के दर्जनों गणमान्य लोग मौजूद रहे। जहां बैठक को संबोधित करते बीडीओ ओमप्रकाश ने कहा कि सरस्वती पूजा में अश्लील गाना और डीजे पर पूर्ण रूप से पाबंदी रहेगी। मनोरंजन के किसी भी कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय की ओर से जारी दिशा निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा।
वहीं थानाध्यक्ष नवीन कुमार ने सरस्वती पूजा के दौरान शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए सबों का सहयोग मांगा। साथ ही सरस्वती पूजा को लेकर अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की अपवाह से बचना है और आपसी सौहार्द के साथ सरस्वती पूजा को मनाना है। कहा कि किसी तरह के अपवाह की जानकारी मिलने पर तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दें।
शांति समिति बैठक में प्रो बैद्यनाथ प्रसाद भगत, शैलेन्द्र प्रसाद सिंह, प्रो कमल यादव, रामचंद्र यादव, अताउर रहमान, ललित चौधरी, सागर यादव, विश्वजीत भगत, सानू चौधरी सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।