रिपोर्ट: राहुल पराशर|अररिया
जिले के भरगामा में एक निजी अस्पताल में बीती मध्य रात्रि प्रसव पीड़ा से कराह रही मां सहित नवजात के मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। सुकेला-सैफगंज मुख्य मार्ग के पास स्थित प्राईवेट मुस्कान क्लिनिक में बुधवार के देर रात्रि को रधुनाथपुर उत्तर पंचायत के वार्ड संख्या 12 निवासी गुन्देल ततमा की पत्नी रंजू देवी की डिलीवरी को लेकर भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई। रंजू देवी के मौत के बाद आक्रोशित परिजनों एवं ग्रामीणों ने गुरुवार को सुकेला-सैफगंज मुख्य मार्ग को शव को सड़क पर रखकर जाम कर दिया और प्रदर्शन करने लगे। भरगामा थाना से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित प्राइवेट मुस्कान क्लिनिक के समीप मुख्य मार्ग को बांस-बल्ले से घेर दिया गया और मृतका रंजू देवी के शव को सड़क पर रखकर मुस्कान क्लिनिक के डॉक्टर बिपिन कुमार, नर्स लक्ष्मी कुमारी, स्थानीय चिकित्सक जयकिशुन मेहता के विरोध में घंटों प्रदर्शन किया। जाम के कारण घंटो सड़क से आवागमन बाधित रहा। फलस्वरूप वाहनों की लंबी कतार लग गई।
मृतका रंजू देवी के पति गुन्देल ततमा के मुताबिक वे अपनी पत्नी रंजू देवी को रधुनाथपुर उत्तर निवासी ग्रामीण चिकित्सक जयकिशुन मेहता के कहने पर प्राइवेट मुस्कान क्लिनिक में बेहतर डिलीवरी के लिए बुधवार को दिन के एक बजे भर्ती कराया था। पत्नी के अच्छे तरीके से डिलीवरी के लिए मुस्कान क्लिनिक में कार्यरत डॉ बिपिन कुमार एवं नर्स लक्ष्मी कुमारी के आश्वासन पर 50 हजार रूपये जमा देने की बात कही। मांग के अनुरूप पैसे देने के बावजूद बीती रात्रि लगभग एक बजे डिलीवरी के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत मुस्कान क्लिनिक में हो गई। इसके बाद डॉक्टर,नर्स एवं बिचौलिया द्वारा आनन-फानन में अपना जान बचाने के लिए भरगामा अस्पताल का सरकारी ऐम्बुलेंस लाकर मृतका रंजू देवी को पूर्णियां के किसी निजी अस्पताल में भेज दिया। वहीं मृतका रंजू देवी की बेटी अनन्या कुमारी के अनुसार उसकी मां रंजू देवी की मौत मुस्कान क्लिनिक में हीं हो गई थी। मगर प्राईवेट क्लिनिक के डॉक्टर बिपिन कुमार, नर्स लक्ष्मी कुमारी और बिचौलिया जयकिशुन मेहता ने उसकी मां रंजू देवी को मृत अवस्था में सरकारी ऐम्बुलेंस में चढ़ाकर पूर्णिया भेज दिया। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद भरगामा थाना पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों एवं परिजनों को समझा-बुझाकर मृतका रंजू देवी के शव को परिजनों को सौंपकर काफी मशक्कत के बाद सुकेला-सैफगंज मुख्यमार्ग पर लगे जाम को हटाया।
वहीं इस संबंध में सिविल सर्जन डॉक्टर विधान चंद्र सिंह ने कहा कि उन्हें इस घटना को लेकर पीड़िता के परिवारों के द्वारा कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है। अगर पीड़िता के परिवारों के द्वारा लिखित आवेदन दिया जाता है तो वे आरोपी डॉक्टर के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे।