न्यूज डेस्क सुपौल:
जिले के दिव्य महादेव जनकल्याण ट्रस्ट द्वारा सिमराही के सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षा सम्राट विद्यालय में संतमंत सत्संग के तेरहवें वार्षिक समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर संत शिरोमणि स्वामी सचीकान्त महाराज, स्वामी शिवानंद ब्रह्मचारी, स्वामी उमेशानंद बाबा, स्वामी भूमानन्द बाबा सहित अन्य साधु-महात्माओं ने अपने वचनामृत से उपस्थित सत्संग प्रेमियों को उपदेश दिया।
सद्ग्रन्थ पाठ में श्रीरामचरितमानस से शबरी प्रसंग का उल्लेख करते हुए भक्ति मार्ग के विभिन्न प्रारूपों पर व्यापक चर्चा की गई। स्वामी सचीकान्त महाराज ने कहा कि भक्ति के माध्यम से परमेश्वर का साक्षात्कार करने हेतु मनुष्य को सतत प्रयत्नशील रहना चाहिए। कई प्रकार के मानवीय गुणों से युक्त व्यक्ति में यदि भक्ति भाव नहीं हो तो उसका जीवन मूल्यहीन है।
उपस्थित सन्तजनों का स्वागत करते हुए विद्यालय के अकादमिक निदेशक राजा रवि ने कहा कि बड़े भाग्य से हमें सत्संग का अवसर प्राप्त होता है। सन्तों की महत्ता सदैव ही भारतीय संस्कृति में सर्वोपरि रही है। उपस्थित सन्तजनों एवं आगन्तुक भक्तों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए ट्रस्ट के सचिव एवं विद्यालय के चेयरमैन महादेव मेहता ने कहा कि आप सबों के आगमन से इस स्थान की शोभा बढ़ी है। सन्तों की वाणी एवं उपदेश से हम सबों के जीवन में उच्चतम मूल्यों का संचार होता है।
इस समारोह का संचालन रामलखन मेहता ने किया। समारोह की सफलता में विद्यालय की निदेशिका अल्पना मेहता, प्रशासनिक निदेशक किसलय रवि, पप्पू मेहता, दिलीप मेहता, शिवशंकर कुमार इत्यादि ने महती भूमिका निभाई।