



रिपोर्ट: अमरेश कुमार|सुपौल
जिले के पिपरा प्रखंड क्षेत्र में वट सावित्री पूजा आज धूमधाम से मनाया गया। इसको लेकर सुहागिन महिलाओं में खासा उत्साह देखा गया। इस दौरान सुपौल जिले के विभिन्न प्रखंडों में सुबह से ही सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर बरगद वृक्ष के नीचे पहुंच कर अपने पति की दीर्घायु होने की कामना को लेकर रक्षासूत्र बांधते नजर आयी। वट सावित्री पूजा को लेकर प्रखंड के जगह-जगह पर महिलाओं ने बड़े ही श्रद्धा से बरगद पेड़ के नीचे पूजा अर्चना कर बट सावित्री कथा सुनकर अपने पति की लंबी आयु की कामना की।

वट सावित्री पूजा में शामिल महिलाओं ने बताया कि यह पूजा आस्था से जुड़ी है। वट सावित्री व्रत में महिलाएं 108 बार बरगद वृक्ष की परिक्रमा कर पूजा करती हैं। वट सावित्री पूजन करना बेहद फलदायक होता है। ऐसा माना जाता है कि सावित्री ने वट वृक्ष के नीचे ही अपने मृत पति सत्यवान को यमराज से वापस ले लिया था। शास्त्रों के अनुसार बरगद के पेड़ में ब्रह्मा,विष्णु और महेश तीनों देवों का वास होता है। इसलिए बरगद के पेड़ की आराधना करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। सुबह से ही वटवृक्षों के पास पूजा के लिए महिलाएं कतारबद्ध दिखीं।