श्रावणी मेला का भव्य शुभारंभ: सिंहेश्वर धाम में प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने किया उद्घाटन, कहा- बाबा की महिमा देश-विदेश तक

न्यूज डेस्क मधेपुरा

बिहार की पावन धार्मिक नगरी सिंहेश्वर धाम में राजकीय श्रावणी मेला 2025 का विधिवत उद्घाटन शुक्रवार को किया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर मधेपुरा के प्रभारी मंत्री एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होकर दीप प्रज्वलन कर मेले का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की शुरुआत मंदिर परिसर के पवित्र शिवगंगा तालाब के निरीक्षण और बाबा सिंहेश्वरनाथ की पूजा-अर्चना से हुई।

सांस्कृतिक कार्यक्रम से गूंजा मंदिर परिसर

कार्यक्रम के दौरान ग्रीन फील्ड इंटरनेशनल स्कूल, सिंहेश्वर के बच्चों ने शिव महिमा पर आधारित मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी, जिसने श्रद्धालुओं और अतिथियों को भाव-विभोर कर दिया। माहौल में भक्तिभाव की ऊर्जा स्पष्ट रूप से झलक रही थी।

प्रभारी मंत्री ने किए विकास के वादे, बुजुर्गों को दी सौगात

मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने अपने संबोधन में कहा, “बाबा सिंहेश्वर की महिमा अपरंपार है। यहां केवल बिहार ही नहीं, नेपाल जैसे पड़ोसी देशों से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।” उन्होंने बताया कि सिर्फ मधेपुरा में चार प्रमुख महोत्सव आयोजित किए जाते हैं, जिनमें सिंहेश्वर मेला विशेष महत्व रखता है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की ओर से आज मधेपुरा जिले के दो लाख से अधिक वृद्धजनों को ₹1100 की पेंशन राशि वितरित की गई, जिससे यह दिन सामाजिक दृष्टिकोण से भी ऐतिहासिक बन गया। उन्होंने कहा कि सिंहेश्वर धाम के विकास के लिए पिछले 20 वर्षों में 90 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाएं क्रियान्वित की गई हैं, और आगे भी इसके व्यापक विकास के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।

प्रशासन पूरी तरह तैयार, श्रद्धालुओं को मिलेगी सभी सुविधाएं: डीएम

जिलाधिकारी तरनजोत सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि सिंहेश्वर धाम बिहार के प्रमुख धार्मिक स्थलों में शामिल है। यह वही स्थान है जहां राजा दशरथ ने संतान प्राप्ति के लिए ऋषि श्रृंग से यज्ञ करवाया था। सावन मास में लाखों श्रद्धालु यहां बाबा भोलेनाथ को जल अर्पित करने आते हैं। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं।

स्थानीय प्रतिनिधियों ने दिया संस्कृति संरक्षण का संदेश

सिंहेश्वर विधायक चंद्रहास चौपाल ने कहा कि मेले की सफलता के लिए सिंहेश्वर की जनता हरसंभव सहयोग कर रही है और प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है। वहीं पूर्व मंत्री चंद्रशेखर ने कहा, “महादेव ने समुद्र मंथन में विषपान कर सृष्टि की रक्षा की, हमें भी इस त्याग की भावना को आत्मसात करना चाहिए।” उन्होंने कोसी और मधेपुरा की सांप्रदायिक सौहार्द्र और लोक आस्था की परंपरा की सराहना करते हुए कहा कि यहां धर्मराज, हरिया डोम और मीरा साहब जैसे लोकदेवताओं की पूजा होती है, जो क्षेत्रीय समन्वय का प्रतीक हैं।

इस मौके पर सुपौल सांसद दिलेश्वर कामत, 20 सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष सह पूर्व मंत्री रमेश ऋषिदेव, मधेपुरा विधायक व पूर्व मंत्री प्रो. चंद्रशेखर, सिंहेश्वर विधायक चंद्रहास चौपाल, जिला परिषद अध्यक्ष मंजू देवी, डीएम तरनजोत सिंह, एसपी संदीप सिंह, समेत जिले के कई प्रशासनिक और राजनीतिक पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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