



News Desk Begusarai:
जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपनी बिहार बदलाव यात्रा के क्रम में मंगलवार को बेगूसराय जिले के बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र पहुँचे। भगवानपुर प्रखंड कार्यालय मैदान में आयोजित बिहार बदलाव जनसभा में उन्होंने हजारों की भीड़ को संबोधित किया और राज्य की मौजूदा सरकार के साथ-साथ भाजपा नेताओं पर भी जमकर हमला बोला।
सभा को संबोधित करने के बाद मीडिया से बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा कि बछवाड़ा क्रांतिकारियों की धरती रही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “देश का कोई बड़ा आंदोलन ऐसा नहीं है, जिसकी शुरुआत बेगूसराय से न हुई हो। यहां की जनता ने हमेशा बदलाव का नेतृत्व किया है।” भाजपा नेताओं के बयानों पर पलटवार करते हुए उन्होंने चुनौती दी कि किसी में हिम्मत है तो उतनी ही भीड़ जुटाकर सभा करके दिखाए। उन्होंने कहा, “फेसबुक पर नेता बनने से कुछ नहीं होता, असली ताकत जनता के बीच से साबित करनी पड़ती है।”

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोलते हुए पीके ने कहा कि वे “भ्रष्ट सरकार के ईमानदार मुख्यमंत्री” हैं। उनका आरोप था कि नीतीश कुमार के करीबी मंत्री और अधिकारी विदेशों में प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका में घर खरीदे गए हैं, जबकि बिहार के लोग ग़रीबी में जी रहे हैं। नवंबर में अगर जन सुराज की सरकार बनी, तो सभी को जेल भेजा जाएगा और उनके परिवार से लूटा हुआ पैसा जब्त किया जाएगा।”
रोजगार पर बड़ा ऐलान
प्रशांत किशोर ने युवाओं से बड़ा वादा करते हुए कहा कि इस बार बिहार की बदहाली की आखिरी दिवाली और छठ होगी। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2025 से बेगूसराय और बिहार भर के युवाओं को राज्य में ही 10-12 हजार रुपये का रोजगार मिलने लगेगा। उन्होंने ऐलान किया कि 50 लाख प्रवासी युवाओं को वापस बुलाकर उन्हें यहीं रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।

सामाजिक सुरक्षा और शिक्षा सुधार का वादा
सभा के दौरान पीके ने 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष और महिला को 2000 रुपये मासिक पेंशन देने का भी वादा किया। साथ ही शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि जब तक सरकारी विद्यालयों में सुधार नहीं होगा, तब तक 15 साल से कम उम्र के बच्चों की निजी स्कूलों की फीस सरकार भरेगी। उन्होंने कहा, “गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ सके, इसके लिए जन सुराज अभियान वचनबद्ध है।”
जनता से संवाद
प्रशांत किशोर ने अपने संबोधन में लोगों से अपील की कि वे इस बार बिहार के भविष्य को ध्यान में रखकर निर्णय लें। उन्होंने कहा कि बिहार की तस्वीर बदलने के लिए जन सुराज कोई राजनीतिक विकल्प नहीं बल्कि एक सामाजिक-राजनीतिक क्रांति है, जिसमें जनता की सबसे बड़ी भूमिका होगी।