



न्यूज डेस्क सुपौल:
जिले की साइबर क्राइम यूनिट को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने आधार अद्यतन के नाम पर फर्जी UIDAI लिंक के जरिए आम नागरिकों का बायोमेट्रिक डाटा चोरी करने वाले एक CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) संचालक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान छातापुर प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय के समीप स्थित CSC केंद्र के संचालक पवन कुमार के रूप में हुई है।
इस संबंध में सुपौल के पुलिस अधीक्षक (SP) शरथ आर. एस. ने जानकारी देते हुए बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई। सूचना मिली थी कि पवन कुमार द्वारा आधार अपडेट करने के नाम पर एक फर्जी लिंक का इस्तेमाल कर लोगों का बायोमेट्रिक डाटा संग्रह किया जा रहा है।
सूचना मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक और साइबर थाना की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर छापेमारी की। पूछताछ और जांच के दौरान CSC केंद्र से एक लैपटॉप, फिंगरप्रिंट स्कैनर, स्कैनर सहित अन्य डिजिटल उपकरण बरामद किए गए। जब्त किए गए लैपटॉप की जांच के दौरान UIDAI का लोगो लगा एक संदिग्ध लिंक मिला, जिसकी जांच में यह स्पष्ट हुआ कि उसी लिंक के माध्यम से लोगों का बायोमेट्रिक डाटा चोरी किया जा रहा था।
गहन पूछताछ में पवन कुमार ने कबूल किया कि वह इस फर्जी लिंक का उपयोग केवल सुपौल में ही नहीं, बल्कि अन्य जिलों में भी करवा रहा था। उसने यह भी बताया कि लोगों का डाटा संग्रह कर उसका दुरुपयोग किया जाता था।
पुलिस ने पवन कुमार के अलावा एक अन्य आरोपी श्रवण कुमार को भी गिरफ्तार किया है। दोनों से विस्तृत पूछताछ की जा रही है और उनके द्वारा संचालित नेटवर्क की पड़ताल जारी है। साथ ही उनके सभी डिजिटल उपकरणों को जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
एसपी शरथ आर. एस. ने कहा कि इस तरह की साइबर ठगी में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। आम लोगों से अपील की गई है कि वे अपने आधार या अन्य संवेदनशील दस्तावेजों की जानकारी किसी भी संदिग्ध प्लेटफॉर्म पर साझा न करें। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।