रिपोर्ट: राहुल पराशर|अररिया
अररिया भीषण शीतलहरी के चपेट में है। जिसके कारण आम जनजीवन प्रभावित है।लगातार गिरते पारा और शीतलहर के कारण अररिया डीएम इनायत खान ने सरकारी और निजी विद्यालयों सहित आंगनबाड़ी केंद्रों में वर्ग आठ तक के कक्षा संचालन पर मंगलवार तक रोक लगा दी है। जबकि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक कक्षाओं के संचालन की समय अवधि में बदलाव किया है। डीएम की ओर से 14 जनवरी को पत्र जारी किया गया।जिसमे उन्होंने यह आदेश 15 और 16 जनवरी के लिए लागू किया गया। लेकिन इन सबके बीच अररिया जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच सामंजस्य की कमी के कारण 15 जनवरी को सभी सरकारी और निजी स्कूल खुले रहे। नियमित तौर पर कक्षा का संचालन हुआ और बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन भी मेन्यू के अनुसार भोजन तैयार कर बच्चों को भोजन कराया गया। डीएम के आदेश के बावजूद जिले के सरकारी और निजी विद्यालयों में स्कूल का संचालन हुआ।
दरअसल जिला प्रशासन के अधिकारी के द्वारा 14 जनवरी के बाद 15 जनवरी के सोमवार के शाम को पत्र जारी किया गया। फलस्वरूप मंगलवार को जिले की सरकारी और निजी स्कूल बंद रहे। कई सरकारी स्कूलों के शिक्षकों ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि सरकारी स्कूलों के लिए पोर्टल बना हुआ है। जहां चेक किया जा सकता है। डीएम के आदेश के बावजूद 15 जनवरी को स्कूल खुला हुआ था या नहीं। स्कूलों में कक्षा सहित मध्याह्न भोजन हुआ या नहीं। जिला प्रशासन के आलाधिकारियों के बीच सामंजस्यता और कम्युनिकेशन गैप के कारण सही समय पर डीएम की ओर से जारी ऑर्डर लेटर स्कूल प्रधानों को नहीं मिल पाया। फलस्वरूप सोमवार को मकर संक्रांति के बावजूद स्कूल का संचालन करने की मजबूरी रही। हालांकि डीएम के पत्र में स्पष्ट रूप से स्कूल के शिक्षक और शिक्षिकाओं को कार्यावधि में स्कूल में रहने का निर्देश है। अलबत्ता जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के बीच सामंजस्यता की चर्चा बुद्धिजीवियों के बीच जोरों पर है।