रिपोर्ट: राहुल पराशर|अररिया
अररिया एडीबी चौक स्थित एक्सिस बैंक में 23 जनवरी को हुए दिन दहाड़े बैंक लूटकांड सुरक्षा निर्देशों के अवहेलना के कारण घटित हुई थी। जिसको लेकर एएसपी रामपुकार सिंह ने आरक्षी अधीक्षक को रिपोर्ट किया है। घटना के लिए बैंक प्रबंधक की सुरक्षा उपायों को लेकर गैर जिम्मेदाराना रवैया को जिम्मेवार ठहराया गया है। एएसपी की ओर से एसपी को किए गए रिपोर्ट में एएसपी रामपुकार सिंह ने कहा कि पूर्व में शहरी क्षेत्र में संचालित विभिन्न बैंकों का भौतिक सत्यापन किया गया था। जिसमे एडीबी चौक स्थित एक्सिस बैंक भी शामिल था और उस समय भौतिक सत्यापन के दौरान शाखा में लगा सायरन, चेस्ट एवं सीसीटीवी कैमरा के सही ढंग से काम नहीं करते हुए पाया गया था। जिसको लेकर सुरक्षा के दृष्टिकोण से सायरन,चेस्ट एवं सीसीटीवी कैमरा के सुचारू रूप से संचालित करने का बैंक प्रबंधक से अनुरोध किया गया था। शाखा प्रबंधक द्वारा सुरक्षा निर्देशों की अवहेलना एवं उपेक्षा के कारण इतनी बड़ी घटना घटित होने की बात एएसपी ने की।
गौरतलब हो कि 23 जनवरी के दोपहर 12 बजे दिन दहाड़े बदमाशों ने एक्सिस बैंक शाखा के अंदर घुसकर बैंक लूट सहित बैंक में मौजूद ग्राहकों से लूटपाट की घटना की थी। घटना के बाद बदमाश आराम से तीन बाइक पर सवार होकर निकल गए। मामले को लेकर एक्सिस बैंक के मैनेजर नीरज कुमार अम्बष्ट ने नगर थाना में आवेदन देकर केवल बैंक से एक करोड़ 31 हजार 908 रूपये लूटकांड होने का जिक्र किया है। जबकि बैंक मैनेजर ने बैंक के अंदर के ग्राहकों से हुए लूटपाट की घटना का अपने आवेदन में कहीं भी जिक्र नहीं किया। जबकि बैंक के मौजूद सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट तौर पर बदमाशों द्वारा हथियार के बल पर ग्राहकों से लूटपाट का दृश्य कैद हुआ। बदमाशों ने केवल भगत ग्लास एंड प्लाई के कर्मचारी पिंटू से 1 लाख 70 हजार रूपये सहित बैंक के दर्जनों ग्राहकों से लाखों रूपये की लूट की घटना को कारित किया था। बैंक के अंदर 12 बजकर दो मिनट में बदमाश घुसे थे और करीबन 12 बजकर 22 मिनट में बैंक से बाहर निकले।20 मिनट तक भीड़भाड़ वाले इलाके में स्थित बैंक में लूटपाट हुई थी। घटना के सात दिन बीत जाने के बाद भी अररिया पुलिस बैंक लूटकांड मामले को लेकर कोई खास उपलब्धि हासिल नहीं कर पाई। जबकि लूट की घटना के उद्भेदन के लिए तीन तीन अलग अलग एसआईटी का गठन किया गया था। डॉग स्क्वायड से लेकर एफएसएल की टीम से जांच कराई गई।लेकिन अब तक न तो बदमाश ही पकड़ में आए और न ही अब तक पैसे की बरामदगी ही पुलिस कर पाई। जबकि इस बीच अररिया एसपी अशोक कुमार सिंह का तबादला भी सासाराम बीएमपी महिला समादेष्टा के रूप में हो गई है और नए एसपी के रूप में 2018 बैच के आईपीएस अमित रंजन ने पदभार संभाला है।
दिन दहाड़े भीड़ भाड़ वाले इलाके में हुए लूटकांड मामले में एक सप्ताह बाद भी पुलिस के हाथ खाली होने को लेकर सवालिया निशान खड़े होने लगे हैं।