न्यूज डेस्क जहानाबाद:
सावन के चौथे सोमवार को जहानाबाद में भगवान शिव के जलाभिषेक के वक्त भगदड़ मचने से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में सात श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में पांच महिलाएं हैं। इस हादसे में 9 श्रद्धालु घायल भी हो गए हैं। इनमें से कई श्रद्धालुओं की हालत नाजुक है। यह घटना जहानाबाद के बराबर में बाबा सिद्धेश्वरनाथ के मंदिर में हुई है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस और आपदा राहत टीम ने मृतकों का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। वहीं घायलों को इलाज के लिए अलग अलग अस्पतालों में भर्ती कराया है।
हादसे के बाद मौके पर पहुंचे डीएम और एसपी
पुलिस के मुताबिक यह सभी श्रद्धालु सावन के चौथे सोमवार को भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए मंदिर में इकट्ठा हुए थे। हालांकि अब तक साफ नहीं हो सका है कि मंदिर में भगदड़ कैसे मची। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। जहानाबाद के एसएचओ दिवाकर विश्वकर्मा ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही खुद एसपी और डीएम ने मौका मुआयना किया है। उन्होंने बताया कि हादसे के कारणों की जांच कराई जा रही है। प्राथमिक सूचना के मुताबिक सबसे पहले जलाभिषेक की आपाधापी में यह घटना हुई है। मामले की विधिवत जांच कराई जा रही है।
घटना को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा?
घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि भगदड़ के बाद गिर गए थे। दम घुटने लगा था। एक प्रत्यक्षदर्शी ने प्रशासन पर आरोप लगाया. कहा कि लाठीचार्ज करने की वजह से यह हुआ है। एनसीसी के लोग ड्यूटी कर रहे थे। बिहार पुलिस का कोई नहीं था। वहीं जल चढ़ाने के लिए पहुंचे एक व्यक्ति ने बताया कि पहाड़ पर ऊपर में पुलिस और लोगों में बहस के बाद लाठी चलाया गया तो लोग पीछे की तरफ भागने लगे। उसी में यह घटना हो गई है। लोग नीचे की तरफ गिरते चले गए।
रात में 10 बजे से ही लगने लगी थी कतार
अन्य घायलों के मुताबिक वैसे तो इस मंदिर में साल के 365 दिन श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है, लेकिन सावन के महीने में यह भीड़ और बढ़ जाती है। खासतौर पर सोमवार को मंदिर में जल चढ़ाने के लिए भक्तों की लंबी कतार लगती है। इस बार भी सावन के चौथे सोमवार को भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए रविवार की रात 10 बजे से ही कतार लगनी शुरू हो गई थी। साढ़े 12 बजे के बाद लोग शिवलिंग की ओर बढ़ने लगे। इतने में भगदड़ मची और यह हादसा हो गया।