न्यूज डेस्क सुपौल:
सुपौल पुलिस ने एक सप्ताह पहले हुए मछली व्यवसायी हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है। सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने यह जानकारी देते हुए कहा कि पिस्टल चेक करने के दौरान भूलवश नाबालिग बेटे के द्वारा ही उसके पिता को गोली लग गई थी। जिसमे शिवचंद्र मुखिया की मौत हो गई थी। पुलिस ने घटना में उपयोग पिस्टल को भी बरामद कर लिया है। वहीं पुलिस ने मृतक के पुत्र 17 वर्षीय विधि विरुद्ध किशोर को किशोर न्याय परिषद के समक्ष प्रस्तुत कर दिया गया है।
दरअसल, 14 अगस्त की रात को सुपौल सदर थाना क्षेत्र के मल्हनी वार्ड नंबर 1 में एक मछली व्यवसायी शिवचंद्र मुखिया की गोली लगने से मौत हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने कांड दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर घटना के उदभेदन के लिए SDPO सुपौल के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।
एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि इस घटना में पीड़ित परिवार द्वारा किसी को आरोपी नहीं बनाया गया था। लिहाजा वैज्ञानिक अनुसंधान और गुप्तचरों से जानकारी इकट्ठा कर घटना की जांच शुरू की गई। तो पता चला कि मृतक के छोटे पुत्र जिसकी उम्र 17 साल के करीब है। उससे पिस्टल देखने के क्रम में भूलवश गोली चल गई थी। जिसमें गोली उसके पिता शिवचंद्र मुखिया को कंधे में लग गई थी। जिसके बाद घायल शिवचंद्र मुखिया को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन अस्पताल जाने के क्रम में ही शिवचंद्र मुखिया की रास्ते मे ही मौत हो गई।
पुलिस ने आरोपी विधि विरुद्ध किशोर से पूछताछ कर घटना में प्रयुक्त पिस्टल एक पोखर से बरामद कर लिया है, साथ ही दो मैगजीन और दो गोली भी बरामद किया गया है।