रिपोर्ट: राहुल पराशर|अररिया
जिले के फारबिसगंज थाना क्षेत्र के भजनपुर के पास शनिवार को ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन खासकर डायल 112 के खिलाफ आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने एनएच 27 फ्लाई ओवर फोरलेन सड़क सहित नीचे ब्लॉक की ओर जाने वाली सड़क को जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर टायर जलाकर आगजनी की और पहली मर्तबा पुलिस की डायल 112 नंबर वाली गाड़ी को भी खदेड़ दिया। आक्रोशितों ने डायल 112 की गाड़ी पर पथराव कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। भागने के क्रम में पुलिस की डायल 112 गाड़ी के ठोकर से रफीक अंसारी पिता महबूब अंसारी नामक व्यक्ति घायल हो गया। जिसे इलाज के लिए स्थानीय लोगों के द्वारा फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद समुचित इलाज के लिए घायल रफीक अंसारी को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। परिजन उसे इलाज के लिए लेकर नेपाल गए हैं।
दरअसल, यह मामला शुरू हुआ एक दिन पहले शुक्रवार को ट्रक के जैक की चोरी को लेकर। ट्रक की जैक की चोरी के मामले में एक चोर को पकड़ा था। जिसके बयान के आधार पर 35 वर्षीय खुर्शीद अंसारी पिता इशाक अंसारी को डायल 112 की पुलिस टीम पकड़कर थाना ले आई। लेकिन स्थानीय लोगों के निर्दोष और शरीफ युवक होने के बाद शुक्रवार की रात थाना से उसे पीआर बॉन्ड पर छोड़ दिया गया था। मुक्त हुए खुर्शीद अंसारी लंगड़ा रहा था। पूछने पर उन्होंने डायल 112 पुलिस गाड़ी के ड्राइवर और बल द्वारा पिटाई करने का आरोप लगाया। जिसको लेकर शनिवार को भजनपुर गांव में ग्रामीण मीटिंग कर रहे थे। इसी दौरान शुरू में पकड़े गए चोर ने पुलिस की डायल 112 टीम को सूचना देकर बुला लिया।
मौके पर पहुंची डायल 112 की टीम को देख ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। जिस पर पुलिस ने ग्रामीणों की पिटाई कर दी। जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव करते हुए हमला कर दिया। जिससे पुलिस गाड़ी के शीशे टूट गए। भागने के क्रम में डायल 112 गाड़ी से रफीक अंसारी को ठोकर लग गई। जिससे वे घायल हो गए और लोगों ने उसे फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया। नाजुक हालत देखते हुए प्राथमिक इलाज के बाद ऑन ड्यूटी चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए उसे रेफर कर दिया।
मौके पर पहुंचे एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा, थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह अन्य पुलिस अधिकारियों और बलों के साथ पहुंचकर स्थानीय लोगों के मदद से समझा बुझाकर लोगों को शांत कराया और सड़क को जाम से मुक्त कराया।