



न्यूज डेस्क:
पिछले कुछ दिनों से फेसबुक पर एक जैसा मैसेज तेजी से फैल रहा है। इस पोस्ट में यूजर्स साफ़-साफ़ लिखते हैं कि वे फेसबुक को अपने फोटो, वीडियो या किसी भी निजी डेटा के इस्तेमाल की इजाजत नहीं देते। इसके साथ ही वे अपने दोस्तों से भी अपील करते हैं कि वे इस टेक्स्ट को कॉपी-पेस्ट कर अपनी वॉल पर डाल दें, ताकि फेसबुक कानूनी तौर पर उनका डेटा इस्तेमाल न कर सके।
पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि अगर यूजर ने ऐसा नहीं किया, तो फेसबुक को उनकी तस्वीरों और निजी जानकारी को इस्तेमाल करने का पूरा अधिकार मिल जाएगा। यही कारण है कि ये मैसेज लाखों की संख्या में लोगों की टाइमलाइन पर दिखाई दे रहा है।
असलियत – एक पोस्ट से नहीं बदलेगी आपकी प्राइवेसी
सोशल मीडिया और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह दावा पूरी तरह गलत है। फेसबुक पर अकाउंट बनाते समय यूजर्स पहले ही प्लेटफॉर्म की ‘टर्म्स एंड कंडीशन्स’ को स्वीकार कर लेते हैं। इन शर्तों में स्पष्ट लिखा होता है कि फेसबुक किस तरह का डेटा इकट्ठा करेगा और उसका उपयोग किस तरीके से करेगा। किसी भी पोस्ट या स्टेटस से इन शर्तों में कोई बदलाव नहीं होता। यदि यूजर्स प्राइवेसी सेटिंग्स बदलते हैं, तभी कुछ हद तक डेटा शेयरिंग को सीमित किया जा सकता है।
पहले भी हो चुका वायरल
इस तरह के मैसेज कोई नए नहीं हैं। 2024 और 2025 की शुरुआत में भी इसी तरह के अंग्रेज़ी और अन्य भाषाओं में पोस्ट वायरल हुए थे। इस बार फर्क इतना है कि यह हिंदी में और भारत में तेजी से फैल रहा है।
खतरा कहाँ है?
विशेषज्ञों के मुताबिक, यह मैसेज सिर्फ बेकार नहीं है, बल्कि कुछ मामलों में खतरनाक भी हो सकता है।
- ऐसे पोस्ट देखकर हैकर्स और ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले पहचान सकते हैं कि कौन लोग बिना जांच-परख के किसी भी ऑनलाइन मैसेज पर भरोसा कर लेते हैं।
- इस जानकारी का इस्तेमाल वे धोखाधड़ी या फिशिंग अटैक के लिए कर सकते हैं।
कैसे करें अपनी प्राइवेसी सुरक्षित?
अगर आप सच में अपनी फेसबुक प्राइवेसी को लेकर चिंतित हैं, तो आपको सीधे सेटिंग्स में जाकर बदलाव करने चाहिए, न कि ऐसे वायरल पोस्ट शेयर करने चाहिए।
- प्राइवेसी सेटिंग्स चेक करें – तय करें कि आपके पोस्ट, फोटो और प्रोफाइल जानकारी कौन देख सकता है।
- Off-Facebook Activity बंद करें – ताकि फेसबुक आपकी बाकी वेबसाइट और ऐप ब्राउज़िंग का डेटा कम इकट्ठा करे।
- थर्ड-पार्टी ऐप्स हटाएँ – जो भरोसेमंद न हों।
- ऐड प्रेफरेंसेस बदलें – ताकि आपको दिखने वाले विज्ञापनों को कंट्रोल किया जा सके।
- संवेदनशील जानकारी शेयर न करें – लोकेशन, निजी फोटो या डॉक्यूमेंट ऑनलाइन पोस्ट करने से बचें।