



News Desk Patna:
बिहार में गंगा, कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, कमला बलान और घाघरा नदियां बुधवार को खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं। अधिकतर नदियों में जलस्तर बढ़ोतरी पर है। जल संसाधन विभाग ने तटबंधों के सुरक्षित होने का दावा किया है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, पटना के गांधी घाट में गंगा का जल स्तर बुधवार सुबह छह बजे खतरे के निशान से 61 सेंटीमीटर ऊपर था, जिसमें गुरुवार सुबह आठ बजे तक 25 सेंटीमीटर कमी की संभावना है। पटना जिले के हथिदह में गंगा बुधवार सुबह छह बजे खतरे के निशान से 91 सेंटीमीटर ऊपर थी, जिसमें गुरुवार सुबह आठ बजे तक 23 सेंटीमीटर कमी का अनुमान है। मुंगेर में गंगा बुधवार सुबह छह बजे खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर ऊपर और भागलपुर में 81 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नदियों के किनारे वाले क्षेत्रों में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए प्रशासन को पूरी तरह अलर्ट रहने और प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द संवेदनशीलता से मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है। उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच आनुग्रहिक राहत राशि (जीआर) का वितरण और बाढ़ के दौरान फसल क्षति को लेकर किसानों के बीच भुगतान जल्द कराने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने यह बातें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किये जा रहे राहत व बचाव कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में कहीं। एक अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में आयोजित इस बैठक में सीएम ने नदियों के जल स्तर की अद्यतन जानकारी भी ली।