



News Desk Patna:
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले राज्य की राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। शिवहर से राजद के विधायक चेतन आनंद ने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया है। चेतन आनंद ने अपने इस्तीफे में किसी प्रकार का कारण नहीं बताया है, बल्कि केवल यह लिखा है कि वे ‘स्वेच्छा से इस्तीफा दे रहे हैं।’
चेतन आनंद, बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह तथा जेडीयू सांसद लवली आनंद के पुत्र हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि वे इस बार जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से शिवहर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगामी विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए जिन लगभग 30 उम्मीदवारों को ग्रीन सिग्नल दिया है, उनमें चेतन आनंद का नाम भी शामिल है।
राजद से जेडीयू तक का सफर
चेतन आनंद ने पिछला विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर लड़ा था और जीत हासिल की थी। हालांकि, 2022 में जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अलग होकर एनडीए के साथ नई सरकार बनाई थी, उस समय चेतन आनंद ने भी राजद के खिलाफ जाकर नीतीश सरकार के पक्ष में मतदान किया था। उसी समय से उनके जेडीयू के करीब आने की चर्चा तेज हो गई थी।
शिवहर में परिवार का मजबूत राजनीतिक आधार
शिवहर विधानसभा क्षेत्र में आनंद मोहन परिवार का राजनीतिक प्रभाव लंबे समय से रहा है। आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद और बेटा चेतन आनंद दोनों सक्रिय राजनीति में हैं। क्षेत्र में परिवार की मजबूत पकड़ को देखते हुए यह लगभग तय माना जा रहा है कि जेडीयू चेतन आनंद को ही शिवहर से उम्मीदवार बनाएगी।
नामांकन की प्रक्रिया और चुनावी हलचल
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस बीच, एनडीए और महागठबंधन के बीच सीट शेयरिंग पर अभी भी पेच फंसा हुआ है। बावजूद इसके, प्रमुख दल अपने संभावित उम्मीदवारों को टिकट के लिए हरी झंडी दे रहे हैं। जेडीयू की ओर से जिन 30 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बनी है, उनमें शिवहर से चेतन आनंद का नाम लगभग तय बताया जा रहा है।