नागौर में रोजाना बढ़ रही डायरिया और वायरल फीवर के मरीजों की संख्या,जानें कैसे करें बचाव

 कृष्ण कुमार/नागौर. नागौर के पंडित जवाहर लाल नेहरु राजकीय हॉस्पीटल में रोजाना मरीजों की संख्या बढ़ रही है. नागौर में पिछले कुछ समय से पेट दर्द तथा डायरिया व वायरल फीवर, जुखाम इत्यादि के मरीज बढ़ रहे है. अस्पताल में 1000 से ज्यादा मरीज प्रतिदिन चैकअप करवाने आ रहे है. वहीं पिछले चार दिनों की बात करें तो 5850 मरीज चैकअप करवाने आ चुके है.

वर्तमान समय में मानसून के साथ-साथ मौसमी बिमारियां को प्रचलन बढ़ा हुआ है. तापमान के उतार चढ़ाव होने से बैक्टीरिया का प्रभाव व्यक्ति के स्वास्थ्य पर पड़ता है. मौसमी बिमारियों से कैसे बचे इसको लेकर न्यूज 18 लोकल के संवाददाता ने नागौर जेएलएन के फिजिशियन नरेन्द्र बाजिया से बातचीत की. डॉ. नरेन्द्र बाजिया ने बताया कि नागौर में इस समय पांच प्रकार के रोगो के मरीज ज्यादा आ रहा है. जुखाम, फीवर तथा, हेपेटाइटिस ए व ई तथा पेट दर्द व डायरिया के मरीज सामने आ रहे है. नरेन्द्र ने बताया कि इनमे हेपेटाइटिस रोग थोड़ा खरतनाक होता है इसका प्राथमिक उपचार ही सबसे बड़ा ईलाज है. वहीं मच्छरों से फैलने वाली बिमारियां मे मलेरिया डेगूं, हैजा जैसे बिमारियां होती है.

ऐसे करें बचाव
डॉ. नरेन्द्र बाजिया ने बताया कि बरसात के मौसम में पानी को उबालकर और पानी को छानकर पीना चाहिए. सीधे नल से पानी नही पीए. बाहर का खाने से बचे और घर का खाना खाए. मसालेदार खाने के से बचे. डॉ. नरेन्द्र बाजिया ने एक विशेष सुझाव दिया है कि हाथों की साफ-सफाई रखनी चाहिए. समय-समय पर हाथों को साफ करना चाहिए. सक्रमण से बचने के लिए अदरक, तुलसी, काली मिर्च, दालचीनी, इलायची की चाय पीनी चाहिए. मच्छरों के बचाव के लिए मच्छरदानी तथा लंबे बाहें के कपड़े पहने. घर के आस-पास स्वच्छता बनाए रखे और गंदगी जमा न होनें दे.डॉ. प्रहलाद ने बताया पेट दर्द तथा डायरिया से सबंधित मरीज खान-पान का विशेषकर ध्यान रखे. क्योंकि डायरिया से शरीर मे पानी की कमी होती है. ऐसे मरीजों को खाने में चावल और केला का सेवन करना चाहिए तथा तली हुई खाने की चीजों से परहेज करे.

.

FIRST PUBLISHED : August 12, 2023, 17:04 IST

Source link

Leave a Comment

[democracy id="1"]