न्यूज़ डेस्क पटना:
गेट पब्लिक लाईब्रेरी, गर्दनीबाग, पटना में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, उत्तर बिहार एवं दक्षिण बिहार के 65वें संयुक्त प्रान्त अधिवेशन का विधिवत उद्घाटन बिहार के महामहिम राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान, राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, प्रान्त अध्यक्ष डॉ ममता कुमारी, प्रान्त मंत्री अभिषेक यादव, स्वागत समिति की अध्यक्ष प्रो मधुबाला वर्मा एवं स्वागत समिति के मंत्री समाजसेवी आदित्य जालान ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
अधिवेशन में युवा तरुणाई को संबोधित करते हुए राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि विद्यार्थी परिषद एक छात्र संगठन ही नहीं अपितु राष्ट्र भक्ति से ओत प्रोत युवाओं का राष्ट्रीय संगठन है। इस संगठन के कार्यकर्ता देश और समाज के लिए काम करने का भाव लेकर खड़ा रहता है और इसी भाव के साथ परिषद के कार्यकर्ता काम कर रहे हैं। आज देश ने अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरा किया है। आजादी के इस अमृत काल मे समाज इस राष्ट्र में योगदान दे रहे युवाओं की ओर देख रहा है। 2047 तक हम विकसित भारत बनाने का ध्येय लेकर शैक्षणिक परिसर के साथ साथ सामाजिक क्षेत्र में योगदान दे रहे हैं। कहा कि हम अगर विकसित भारत की कल्पना करते हैं तो स्वदेशी के उपयोग की अवधारणा भी विद्यार्थी परिषद ने दिया है और आज ख़ुशी है कि हम धीरे धीरे अपने लक्ष्य के करीब बढ़ रहे हैं। भारत को पुनः सोने की चिड़िया बनाने की बजाय सोने का शेर बनाने की आवश्यकता है, यहाँ से विद्यार्थी परिषद बल्कि हरेक कार्यकर्ता आज यह संकल्प ले। हम आप युवाओं के सहयोग से जल्दी ही इस मुकाम को पा सकेंगे।
वहीं अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान जी ने कहा की आज पूरे देश भर के कैंपस में अभाविप की इकाई सक्रिय है। इस वर्ष अभाविप ने 50 लाख से अधिक सदस्यता करने का कीर्तिमान खड़ा किया है। 73 हजार गांवों में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में झंडोतोलन किया। कहा कि कोरोना काल मे 10 लाख से ज्यादा लोगों के बीच सेवा कार्य के माध्यम से समाज के बीच पहुंचा। चाहे शैक्षणिक विषय हो या राष्ट्रीयता का विषय हो विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता एक उदाहरण पेश करते हैं, बिहार के किशनगंज में हुए चलो चिकेन नेक आंदोलन इसका पर्याय है। कहा कि विद्यार्थी परिषद राज नहीं समाज बदलने की बात करती है आज हमारे कार्यकर्ता राष्ट्रीयता का भाव लेकर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दे रहे हैं।
राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र की जननी इस बिहार की धरती के युवाओं की ओर देख रही है और परिषद के कार्यकर्ता राज्य के विश्वविद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक माहौल देने के लिए अलग अलग प्रयास कर रही है। कहा कि बिहार के कार्यकर्ता ने यहाँ की शिक्षा व्यवस्था पर लगे ग्रहण को हटाने के लिए छात्र समुदाय के बीच एक विमर्श खड़ा किया है। अभाविप का शुरू से मानना है कि प्रवेष परीक्षा और परिणाम गुणवत्तापूर्ण हो।
वहीं प्रान्त की अध्यक्ष ममता कुमारी ने कहा कि आज के बाद कार्य की दृष्टि से भले ही दो राज्यों में बंट रहे हैं परंतु हम सबका एक ही ध्येय है वो है भारत भक्ति का। प्रांत मंत्री अभिषेक यादव ने कहा कि अधिवेशन में लघु बिहार का दर्शन करने का शौभाग्य प्राप्त होता है। प्रो मधुबाला वर्मा ने अपने स्वागत भाषण में आगत अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि अभाविप सदैव युवा यानी छात्र शक्ति को अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक करते रही है। धन्यवाद ज्ञापन आदित्य जालान ने किया। मंच संचालन छोटू सिंह ने किया।
कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह मोहन सिंह, दीघा विधायक संजीव चौरसिया, बांकीपुर के विधायक नितिन नवीन सहित समाज के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दे रहे सामाजिक कार्यकर्ता एवं बिहार से आए सभी जिलों के कार्यकर्ता मौजूद थे।