रिपोर्ट: अमरेश कुमार|सुपौल
वन विभाग के कर्मी के समुचित आश्वासन के बाद मृतक के परिजनों ने शव का बिना पोस्टमार्टम कराए अंतिम संस्कार कर दिया। अब आगे की कार्यवाही के लिए वन विभाग के कर्मी पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मांग कर रहे हैं। इस बात से आहत मृतक के परिजन अब न्याय की गुहार लगा रहे हैं।दरअसल मृतक के परिजन ने बताया कि त्रिवेणीगंज प्रखंड क्षेत्र के श्यामनगर के समीप वन विभाग के कर्मी के अधीन कार्य कर रहे एक मजदूर की गुरुवार की रात मौत हो गई। मृतक पवन सदा पिपरा प्रखंड के रामपुर पंचायत के निवासी थे।
मृतक के परिजन का कहना है कि पवन सदा की मौत के बाद विभागीय कर्मी के आश्वासन के बाद कि विभाग द्वारा आगे की प्रक्रिया अंतिम संस्कार के बाद की जाएगी, मृतक का अंत्येष्टि कर दिया गया। जिसके बाद परिजन शनिवार को पिपरा स्थित वन विभाग के स्थानीय पौधशाला परिसर पहुंचे। जहां मौजूद वन विभाग के कर्मी से मुबावजे की प्रक्रिया शुरू करने की गुहार लगाई है। परिजनों का आरोप है कि गुरुवार की रात करीब सात बजे वन विभाग द्वारा करवाए जा रहे कार्य के दौरान रामपुर निवासी पवन सदा के सीने में दर्द हुआ और उसके बाद उसे अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना स्थानीय वन विभाग के कर्मी और अधिकारी को दिया गया। जिसके बाद वन विभाग के एक कर्मी द्वारा कहा गया की तत्काल शव का अंतिम संस्कार कर दिया जाय उसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। जिसके बाद मृतक के परिजन ने शव का बिना पोस्टमार्टम कराए अंतिम संस्कार कर दिया गया।
इधर आगे की कार्यवाही शुरू होने की आशा के साथ शनिवार को मृतक के परिजन पिपरा स्थित वन विभाग के स्थानीय पौधशाला परिसर पहुंचे। जहां परिजनों ने मौजूद वन विभाग के कर्मी शशि प्रकाश से मुबावजे की प्रक्रिया शुरू करने की गुहार लगाई तो मौजूद वन विभाग के कर्मी यह कहकर बात को टाल दिया कि मृतक का पोस्टमार्टम रिपोर्ट चाहिए। जाहिर सी बात है पहले वन विभाग के उसी कर्मी द्वारा बिना पोस्टमार्टम कराए शव का अंतिम संस्कार करने के लिए कहा गया और अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट लाने की बात कह रहे हैं। इस बात से नाराज मृतक के परिजन ने मौजूद वन विभाग के कर्मी से मुआवजे की प्रक्रिया शुरू करने की गुहार लगा रहे हैं। परिजनों ने कहा की मृतक पवन सदा करीब ढाई साल से वन विभाग में सीजी के रूप में कार्य कर रहे थे। ऐसे में पवन सदा की कार्य करने के समय हुई मौत के बाबजूद विभाग द्वारा कोई सुधि नहीं ली जा रही है। जिससे मृतक के परिजन गहरे सदमे में है। और उच्चाधिकारी के पास जाकर इस बात की शिकायत करने की बात कह रहे हैं। वहीं मौके पर मौजूद वन विभाग के कर्मी शशि प्रकाश ने बताया कि उसका ड्यूटी खत्म हो गया था, कहा कि हम नहीं जानते हैं उसकी कैसे और कहां मौत हुई यह हमे पता नहीं है।
वन विभाग के कर्मी शशि प्रकाश की इस बात से मृतक के परिजन मर्माहत हैं। मालूम हो कि अत्यंत गरीब महादलित परिवार से आने वाले मृतक पवन सादा की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। वहीं विभागीय कर्मी के झूठी आश्वासन से परिजनों में गहरी नाराजगी है। कहा कि किसी के गरीबी का ऐसा मजाक नहीं बनाना चाहिए। हालांकि फिलहाल इस मामले में कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज किया है।