न्यूज डेस्क सुपौल:
बीसवीं सदी के महान संत ब्रह्मलीन परम पूज्य महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज की 140वीं जयंती के अवसर पर उनके शिष्यों के द्वारा बुधवार को जिले के सिमराही नगर के पिपराही स्थित श्री संतमत सत्संग मंदिर सहित प्रखंड क्षेत्र के अन्य मंदिरों में धूमधाम से मनाया गया। जहां पिपराही स्थित संतमत मंदिर से महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज के तैल चित्र को रथ में रखकर जय घोष के बीच शोभा यात्रा निकाला गया। इसके बाद शिष्यों ने उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। शोभायात्रा में सैकड़ों सत्संगी वृंद शामिल हुए।
बता दें कि शोभायात्रा के बाद प्रातः कालीन सत्संग, भंडारा एवं अपराह्न कालीन सत्संग का आयोजन भी किया गया। सत्संग में संतो एवं वक्ताओं ने गुरु महाराज की जीवन दर्शन पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला।
वहीं पिपराही संतमत सत्संग मंदिर के संरक्षक संतोष कुमार दास ने कहा की वर्तमान परिवेश में लोग भौतिकता की और अग्रसर हो रहें हैं जिसके कारण अशांति ही अशांति है। विश्व में आध्यात्मिकता को अपना कर ही लोग वास्तविक शांति प्राप्त कर सकते हैं। महर्षि मेहीं परमहंस जी महाराज के जीवन दर्शन को अपना कर ही भारत में रामराज्य की स्थापना हो सकती है। वहीं सत्संगप्रेमी प्रो राम कुमार कर्ण ने कहा कि गुरू महाराज सभी संप्रदाय का सम्मान करते हुए सबको एक सूत्र में बांधकर सम्मलित संतमत नाम दिया। आत्मा व परमात्मा का ज्ञान जन जन तक पहुंचाए। उन्होंने कहा की हम सभी जयंती के मौके पर संकल्प ले कि सत्संग के साथ ध्यानयोग कर जीवन को सफल बनाए। उनके बताए हुए रास्ते पर चलकर अपने जीवन को धन्य धन्य करें। वहीं भाजपा नेता प्रशांत वर्मा ने गुरु महाराज के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उसे निज जीवन को उतारने के लिए कहा। ताकि भौतिकवादी इस मोह माया की भवर जाल से मुक्ति मिलकर मोक्ष की प्राप्ति हो सके।
कार्यक्रम को सफल बनाने में ध्रुवकांत दास, सुमन पराग , Sqft राज, अमन वर्मा, अभिनव, भाजपा के प्रशांत वर्मा एवं प्रो राम कुमार कर्ण सहित अन्य कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रही।