नहाय खाय के साथ शुरू हुआ छठ महापर्व, कोसी बराज घाट पर व्रतियों ने लगाया आस्था की डुबकी

रिपोर्ट: अमरेश कुमार|सुपौल

चार दिवसीय सूर्योपसना और लोक आस्था का छठ महापर्व की शुरुआत आज से नहाय खाय के साथ शुरू हो गई है। इसको लेकर जहां जिले भर में छठ व्रतियों ने नहाय खाय के साथ सूर्योपासना शुरू कर दी है। इसी कड़ी में कोसी बराज स्थित कोसी छठ घाट पर सैकड़ो की संख्या में छठ व्रतियों ने आस्था की डुबकी लगाकर भगवान भास्कर की पूजा की है। जिसके बाद कोशी बराज के कौशिकी मंदिर में कोसी महारानी की भी पूजा अर्चना की गई।

बताया जा रहा है कि कोसी बराज के स्थापना काल से कोशी नदी के कोसी बराज स्थित घाट पर इलाके के लोगों द्वारा लगातार छठ पर्व मनाया जाता रहा है। छठ व्रती बताते हैं कि बहती नदी में आस्था की डुबकी लगाकर छठ पर्व का शुरूआत किया जाए तो भगवान भास्कर और माता कोशिकी अधिक प्रसन्न होती है। जिसको लेकर हमारे पूर्वज इस परंपरा को वर्षों से निभाते आ रहे हैं।

मान्यता यह भी है कि आज के दिन बहती नदी में स्नान करने के साथ ही अरवा चावल, सिंधा नमक और कद्दू में चना का दाल डालकर छठ व्रती भोजन बनाकर विधिवत भोजन ग्रहण करती है। और इसी के साथ चार दिवसीय चढ़ महापर्व की शुरुआत करते हैं। मालूम हो कि कोसी बराज स्थित छठ घाट पर भारत और नेपाल दोनो देशों के छठ व्रती छठ पूजा करने पहुंचते हैं।

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