



न्यूज डेस्क सुपौल:
जिले के वीरपुर में प्रस्तावित केंद्रीय विद्यालय के लिए भूमि रजिस्ट्री की प्रक्रिया गुरुवार को पूरी कर ली गई। इस मौके पर गनपतगंज स्थित रजिस्ट्री कार्यालय में कई प्रशासनिक और शैक्षणिक अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान एसएसबी 45वीं वाहिनी के कमांडेंट गौरव सिंह, एडीएम सुपौल राशिद कलीम अंसारी, डिस्ट्रिक्ट सब रजिस्ट्रार अमरेंद्र कुमार, केंद्रीय विद्यालय सहरसा की प्रिंसिपल मोनिका पांडेय, एसडीएम वीरपुर नीरज कुमार, डीसीएलआर वीरपुर अनंत कुमार, बीडीओ राघोपुर ओमप्रकाश, प्रभारी रजिस्ट्रार गनपतगंज प्रसन्ना कुमार, सीओ राघोपुर रश्मि प्रिया और सीओ बसंतपुर हेमंत अंकुर सहित कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

गुरुवार सुबह से ही रजिस्ट्री कार्यालय परिसर में हलचल तेज रही। करीब 10:30 बजे अधिकारियों का आगमन शुरू हुआ और लगभग 11:00 बजे तक सभी आवश्यक दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी कर ली गई। इस मौके पर एडीएम राशिद कलीम अंसारी ने बताया कि वीरपुर में बनने वाले केंद्रीय विद्यालय के लिए मार्च तक सभी आवश्यक कार्य पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विद्यालय के लिए एसएसबी 45वीं वाहिनी की 5 एकड़ जमीन लीज पर ली गई है, जिसकी कागजी प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है।
एसएसबी के अस्थायी भवन में शुरू होंगी कक्षाएं
विद्यालय निर्माण में लगने वाले समय को ध्यान में रखते हुए अभी अस्थायी रूप से एसएसबी के भवनों का उपयोग किया जाएगा। कमांडेंट गौरव सिंह ने बताया कि विद्यालय संचालन के लिए एसएसबी ने अपने परिसर के कुछ भवन अस्थायी रूप से उपलब्ध कराने की सहमति दी है। इसके लिए एसएसबी और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया।

स्टांप ड्यूटी में छूट और सरकार का सहयोग
इस रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में बिहार सरकार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके तहत 33 लाख रुपये की स्टांप ड्यूटी माफ की गई। कमांडेंट गौरव सिंह ने इसके लिए सरकार का आभार व्यक्त किया और बताया कि इस महत्वपूर्ण परियोजना को शीघ्र पूरा करने के लिए सभी संबंधित विभाग मिलकर कार्य कर रहे हैं।

नामांकन प्रक्रिया हुई शुरू, पहले सत्र में सीमित सीटें
केंद्रीय विद्यालय सहरसा की प्रिंसिपल मोनिका पांडेय ने जानकारी दी कि वीरपुर में केंद्रीय विद्यालय के नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। अभी विद्यालय अस्थायी भवन में संचालित होगा, इसलिए प्रत्येक कक्षा में केवल एक ही सेक्शन रहेगा, जिसमें 40 छात्रों का नामांकन होगा। बताया कि आमतौर पर केंद्रीय विद्यालयों में प्रथम कक्षा में ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से प्रवेश दिया जाता है, लेकिन चूंकि यह एक नया विद्यालय है, इसलिए यहां ऑफलाइन आवेदन भी स्वीकार किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि केंद्रीय विद्यालयों में सत्र अप्रैल में शुरू होता है, लेकिन यदि विद्यालय संचालन में कुछ देरी होती है, तो गर्मी की छुट्टियों के बाद कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
यदि किसी कक्षा में सीटों से अधिक आवेदन प्राप्त होते हैं, तो लॉटरी प्रणाली के माध्यम से छात्रों का चयन किया जाएगा।
नए केंद्रीय विद्यालय से छात्रों को मिलेगा लाभ
वीरपुर में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना से इस क्षेत्र के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ मिलेगा। सरकारी अधिकारियों और एसएसबी के सहयोग से यह विद्यालय जल्द ही पूर्ण रूप से कार्यरत होगा, जिससे क्षेत्र के विद्यार्थियों को अपने गृह जिले में ही उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।