



न्यूज डेस्क पटना:
पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के इतिहास में पहली बार महिला उम्मीदवारों ने बड़ी जीत दर्ज की है। अध्यक्ष सहित तीन मुख्य पदों महासचिव और कोषाध्यक्ष पर महिलाओं का कब्जा हुआ है। यह छह दशकों में पहली बार हुआ है जब किसी महिला ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है।
ऐतिहासिक जीत दर्ज
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की प्रत्याशी मैथिली मृणाली ने अध्यक्ष पद जीतकर इतिहास रच दिया। आज तक पटना विश्वविद्यालय के इतिहास में कोई भी महिला अध्यक्ष नहीं बन सकी थी। मैथिली की इस जीत को छात्र राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है। वहीं उपाध्यक्ष पद पर धीरज कुमार ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल की। उन्होंने
महासचिव पद पर सबसे बड़ी जीत
महासचिव पद पर निर्दलीय उम्मीदवार सलोनी राज ने सबसे अधिक 4274 वोट प्राप्त कर सबसे बड़ी जीत दर्ज की। इस पद पर ABVP के अंकित कुमार 1899 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे।

संयुक्त सचिव पद पर कड़ा मुकाबला
संयुक्त सचिव पद के लिए NSUI समर्थित उम्मीदवार रोहन सिंह और जन सुराज समर्थित अनु कुमारी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। शुरुआत में अनु कुमारी तीन राउंड तक आगे रहीं, लेकिन चौथे राउंड में रोहन सिंह ने बाजी मार ली। रोहन सिंह को 2273 वोट मिले, जबकि अनु कुमारी को 2091 मत प्राप्त हुए। महज 182 वोटों से अनु कुमारी को हार का सामना करना पड़ा।
कोषाध्यक्ष पद पर NSUI का वर्चस्व
कोषाध्यक्ष पद पर NSUI समर्थित सौम्या श्रीवास्तव ने 2707 वोटों से जीत हासिल की, जबकि दूसरे स्थान पर रहे ओमजय यादव को 1806 वोट प्राप्त हुए।
अध्यक्ष मैथिली मृणालिनी का विजयी संबोधन
अध्यक्ष पद पर जीत के बाद मैथिली मृणालिनी ने कहा, “मैं जल्द से जल्द काम शुरू करने की कोशिश करूंगी। सबसे पहले मूलभूत मुद्दों पर ध्यान दूंगी और प्रशासन से मुलाकात करूंगी। यदि शुरुआत अच्छी होती है, तो अंत भी अच्छा ही होगा।”
संयुक्त सचिव पद पर विवाद और धरना
संयुक्त सचिव पद के परिणाम आने के बाद अनु कुमारी ने गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए मतगणना की पुनर्गणना (रिकाउंटिंग) की मांग की। उन्होंने इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गईं। हालांकि, प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया।
पटना विश्वविद्यालय का स्वर्णिम इतिहास
पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ का गौरवशाली इतिहास रहा है। यहां से कई नामी-गिरामी नेता, नौकरशाह और समाजसेवी निकले हैं। इनमें लोकनायक जयप्रकाश नारायण, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, दिवंगत भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी, पूर्व सांसद और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इसके अलावा, कई प्रशासनिक अधिकारी भी यहीं के छात्र रहे हैं, जिनमें राजीव गावा, अंजनी कुमार सिंह, आमिर सुबहानी, मुचकुंद दुबे और आईपीएस अधिकारी किशोर कुणाल शामिल हैं।