रिपोर्ट: राहुल पराशर|अररिया
भारतीय क्षेत्र जोगबनी रेलवे स्टेशन से खुलने वाली नेपाल नंबर के टैक्सी सवारी ढोने के नाम पर किस तरह तस्करी के कार्यों को अंजाम देती है।इसका खुलासा एकबार फिर हुआ। नेपाल पुलिस ने भारत से नेपाल में प्रवेश करने वाले टैक्सी से आठ कार्टन नेत्र लेंस बरामद किया। जिसकी कीमत लाखों में बताई जाती है। मंगलवार को जोगबनी रेलवे स्टेशन से चितपुर जोगबनी ट्रेन के आगमन के बाद खुली नेपाली नंबर के मारुति वैन संख्या को1च-7447 के सीट के नीचे रख कर भारत से नेपाल के आंख अस्पताल के लिए तस्करी कर ले जा रहे आठ कार्टून लेंस को नेपाल पुलिस ने बरामद किया। जब्त किए गए लेंस की कीमत लाखों मे बतायी जाती है।
नेपाल टैक्सी से बरामद लेंस के बाद यह साफ है कि नेपाल से जोगबनी सवारी लेने के लिए दर्जनों की संख्या मे नेपाली नंबर की मारुति वैन किस तरह से सवारी के साथ ही सीमा सुरक्षा मे सेंध लगाते हुए तस्करी के कार्य को भी बखूबी अंजाम दे रहे है। नेपाली नंबर के वैन जिस वक़्त ट्रेन आती है उस वक़्त जहाँ सीमा सुरक्षा मे लगे जवान को चेकिंग मे परेशानी तो होती ही है। वही नेपाली नबर के वैन के कारण सीमा पर घंटो जाम लगा रहता है। इस दौरान पोकेटमार भीड़ का फायदा उठाते हुए कई का मोबाइल से लेकर पर्स पर हाथ साफ कर देते हैं।
नेपाल से रोजाना दर्जनों के संख्या मे आने वाले मारुति वैन से कई बार सोना, चांदी के तस्करी से लेकर मानव कंकाल व मानव तस्करी का मामला सामने आता रहा है। लेकिन इन सब के वाबजूद ऐसे नेपाली टैक्सी चालक बेधड़क नेपाल से भारत व भारत से नेपाल दर्जनों फेरे लगाते हैं। सूत्र की माने तो कई बड़े तस्कर सोने चांदी के जेवरात इन्ही नेपाली टैक्सी से भेजते हैं। इसका मुख्य कारण सीमा पर आँख अस्पताल जाने वाले मरीज के नाम पर जांच नहीं होने का फायदा उठाना बताया जाता है।