बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन को झटका, पशुपति पारस की RLJP ने गठबंधन से किया किनारा, ओवैसी–चंद्रशेखर संग नए समीकरण की तैयारी

News Desk Patna:

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इसी कड़ी में महागठबंधन को बड़ा झटका देते हुए केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अब महागठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी।

सूत्रों के अनुसार, महागठबंधन की ओर से RLJP को केवल चार सीटों की पेशकश की गई थी। पार्टी नेतृत्व ने इस प्रस्ताव को अपर्याप्त और अस्वीकार्य बताते हुए ठुकरा दिया। इसी मुद्दे पर रविवार को पशुपति कुमार पारस के दिल्ली आवास पर आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने आगे की रणनीति पर चर्चा की।

बैठक के बाद पार्टी सूत्रों ने बताया कि RLJP अब नए राजनीतिक विकल्पों की तलाश में है। चर्चा यह भी है कि पार्टी का झुकाव AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की ओर है। तीनों दलों के बीच बिहार में एक नए राजनीतिक गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही है। यदि यह गठबंधन बनता है, तो बिहार की चुनावी तस्वीर में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।

पशुपति कुमार पारस ने बैठक के बाद मीडिया से कहा कि हम किसी भी गठबंधन में सम्मानजनक हिस्सेदारी चाहते हैं। यदि ऐसा नहीं होता है, तो हम स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने में भी पीछे नहीं हटेंगे।

जानकारी के अनुसार, RLJP आने वाले कुछ दिनों में अपनी अगली रणनीति और संभावित गठबंधन की दिशा में औपचारिक घोषणा कर सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि पारस, ओवैसी और चंद्रशेखर एक साथ आते हैं, तो यह गठबंधन कई सीटों पर पारंपरिक वोट बैंक को प्रभावित कर सकता है।

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