सुपौल: बाबा भीमशंकर मंदिर न्यास समिति की अहम बैठक, आय–व्यय की गहन समीक्षा, अनियमितताओं पर एसडीएम सख्त

News Desk Supaul:

जिले के राघोपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बाबा भीमशंकर मंदिर न्यास समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक रविवार को मंदिर परिसर स्थित धर्मशाला में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता वीरपुर एसडीएम सह मंदिर समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार ने की। बैठक में राघोपुर अंचलाधिकारी सह समिति की उपाध्यक्ष रश्मि प्रिया, समिति सचिव संजीव यादव, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी सहित समिति के सदस्य कमल यादव, महेंद्र गुप्ता, शिबू राम, दीपक चौधरी, राजेश यादव, योगानंद ठाकुर, ललित यादव समेत अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

बैठक की शुरुआत वर्ष 2017 में समिति के गठन के बाद बीते आठ वर्षों के आय–व्यय एवं लेखा–जोखा की समीक्षा की गई। इस दौरान एसडीएम नीरज कुमार ने मंदिर से संबंधित विभिन्न रजिस्टरों की गहन जांच की। साथ ही मंदिर धर्मशाला में संचालित दुकानों की रसीदें, अस्थायी दुकानों, गुदरी, मंदिर की जमीन तथा अन्य परिसंपत्तियों से जुड़े दस्तावेजों का बारीकी से अवलोकन कर संबंधित बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

जांच के दौरान रसीद छपाई, रसीद लेखन और डायरी मेंटेनेंस में कई अनियमितताएं सामने आईं, जिस पर एसडीएम ने नाराजगी जताते हुए खेद व्यक्त किया। उन्होंने समिति को निर्देश दिया कि विवाह भवन, धर्मशाला की दुकानों तथा मंदिर परिसर में लगने वाली अस्थायी दुकानों के लिए अलग–अलग रसीदें छपवाकर उनका विधिवत उपयोग सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही समिति का बैंक खाता ग्रामीण बैंक से हटाकर किसी राष्ट्रीयकृत बैंक में खुलवाने, मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों को ऑनलाइन करने, रजिस्टरों एवं कार्यालय के समुचित रखरखाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।

वहीं बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए। जिसमें नई मंदिर समिति का गठन, वार्षिक बजट का निर्माण, 10 हजार रुपये से अधिक के सभी भुगतानों को चेक के माध्यम से करने का निर्णय, हाट एवं मकान किराया वसूली के लिए अलग–अलग रसीद व्यवस्था लागू करना शामिल है। इसके अलावा नई समिति के आय–व्यय का वर्षवार विवरण वर्ष 2025 तक तैयार करने, मंदिर समिति का खाता राष्ट्रीयकृत बैंक में खोलने, सभी सीसीटीवी कैमरों को इंटरनेट से जोड़ने, भंडार कक्ष की चाबी सचिव एवं कोषाध्यक्ष के पास रखने तथा मंदिर की समस्त जमीन व परिसंपत्तियों से जुड़े कागजात अंचलाधिकारी के माध्यम से प्राप्त कर सुरक्षित रखने का निर्णय लिया गया।

बैठक के दौरान समिति के कार्यों को लेकर कुछ स्थानीय लोगों ने विरोध भी जताया। सदस्य महेंद्र गुप्ता ने समिति द्वारा अब तक वार्षिक बजट नहीं बनाए जाने पर खेद व्यक्त किया। वहीं कुछ स्थानीय लोगों ने समिति के कार्यों पर सवाल उठाते हुए आक्रोश प्रकट किया।

इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए मंदिर समिति के सचिव संजीव यादव ने कहा कि बैठक के दौरान सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर खुलकर चर्चा की गई है और समिति की ओर से पूरा ब्यौरा रखा गया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग बेवजह समिति पर आरोप लगा रहे हैं। कहा कि पूर्व में 22 वर्षों तक रहे कोषाध्यक्ष के पास न तो कोई लेखा–जोखा है और न ही किसी आरोप का कोई ठोस साक्ष्य। उन्हें समिति द्वारा नियमों के तहत हटाया गया था, बावजूद इसके वे बिना प्रमाण के मनगढ़ंत आरोप लगाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समिति पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही है।

वहीं बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए एसडीएम सह समिति अध्यक्ष नीरज कुमार ने कहा कि लंबे समय से समिति की बैठक नहीं हो पाने के कारण कई आवश्यक कार्य और विकास योजनाएं प्रभावित हो रही थीं। साथ ही मंदिर की जमीन और अन्य परिसंपत्तियों से जुड़ी सही जानकारी भी उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। इन्हीं सभी बिंदुओं को स्पष्ट करने और व्यवस्था को दुरुस्त करने के उद्देश्य से इस बैठक का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि बैठक में मंदिर के सर्वांगीण विकास को लेकर भी गंभीर चर्चा की गई है और आगे पारदर्शिता एवं नियमितता के साथ समिति के कार्यों का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा।

गौरतलब है कि मंदिर समिति की नियमित बैठक नहीं होने को लेकर कुछ समय से स्थानीय लोगों द्वारा अनियमितताओं के आरोप लगाए जा रहे थे। इन्हीं आरोपों को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम सह समिति अध्यक्ष द्वारा यह विशेष बैठक बुलाई गई, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लेकर व्यवस्था को सुधारने की दिशा में ठोस पहल की गई।

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