सुपौल: सरायगढ़-भपटियाही में भीषण आग, चार घर जलकर हुए राख

न्यूज डेस्क सुपौल:

सुपौल जिले के सरायगढ़-भपटियाही अंचल क्षेत्र के कल्याणपुर वार्ड नंबर 1 में सोमवार दोपहर करीब 2 बजे अचानक भीषण आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते चार घर जलकर पूरी तरह राख हो गए। इस दर्दनाक हादसे में करीब 15 लाख से अधिक की संपत्ति का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

तेज पछुआ हवा ने बढ़ाई आग की लपटें

स्थानीय लोगों के अनुसार, आग इतनी तेज थी कि आसपास के पेड़-पौधे भी इसकी चपेट में आ गए। चूंकि पछुआ हवा तेज़ थी, इसलिए आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप ले लिया और आसपास के घरों को अपनी चपेट में ले लिया। इलाके में अफरातफरी मच गई, और लोग आग को बुझाने के लिए बाल्टी, मटके और अन्य साधनों से प्रयास करने लगे।

शादी समारोह की तैयारियों के बीच मचा हाहाकार

जिस वक्त यह घटना हुई, उस समय गांव के कई लोग शादी समारोह की तैयारियों में जुटे थे। बारात जाने की तैयारियां चल रही थीं, लेकिन अचानक लगी इस आग ने पूरे माहौल को खुशी से मातम में बदल दिया। लोग जहां शादी की खुशियों में मशगूल थे, वहीं कुछ ही देर में उनके घर जलकर खाक हो गए।

दमकल की गाड़ियां देर से पहुंचीं, स्थानीय लोग खुद आग बुझाने में जुटे

सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड मुख्यालय में दमकल की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। घटना के तुरंत बाद आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड को बुलाया गया, लेकिन दमकल की गाड़ियां सुपौल और अन्य स्थानों से मंगवानी पड़ीं, जिससे आग बुझाने में लगभग आधे घंटे की देरी हो गई। इस बीच स्थानीय लोग अपने स्तर पर ही आग पर काबू पाने का प्रयास करते रहे। करीब 3:15 बजे दमकल की तीन-चार गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग को बुझाया गया।

पीड़ित परिवारों का भारी नुकसान, सरकार से मदद की मांग

इस भीषण अग्निकांड में रामदेव यादव सहित कई अन्य परिवारों के घर जलकर पूरी तरह राख हो गए। घरों में रखा अनाज, वस्त्र, फर्नीचर, आभूषण, नकदी और यहां तक कि एक बाइक भी जलकर खाक हो गई। शादी समारोह के लिए लगाया गया टेंट और पंडाल भी आग की चपेट में आ गया, जिससे शादी का आयोजन भी प्रभावित हुआ।

प्रशासन ने किया क्षति का आकलन शुरू, आग लगने के कारण अज्ञात

घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और क्षति का आकलन शुरू कर दिया गया। सरायगढ़-भपटियाही के अंचल अधिकारी ने कहा कि आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है और प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द सरकारी सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। हालांकि, अब तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है।

स्थानीय लोगों में प्रशासन की लापरवाही को लेकर रोष

ग्रामीणों का कहना है कि इस घटना ने प्रशासन की अग्निशमन व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर किया है। अगर स्थानीय स्तर पर दमकल सेवा उपलब्ध होती, तो शायद आग को पहले ही काबू में किया जा सकता था और नुकसान को कम किया जा सकता था। लोग मांग कर रहे हैं कि प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से ले और प्रखंड स्तर पर ही दमकल सेवा उपलब्ध कराए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

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