News Desk Patna:
छठ महापर्व का जिक्र हो और शारदा सिन्हा के गीत न गूंजें, यह सोच पाना भी मुश्किल है। बिहार की लोकसंस्कृति की आत्मा बन चुकीं शारदा सिन्हा के गीत आज भी हर घाट, हर गली और हर दिल में गूंजते हैं। उनकी मधुर आवाज और लोकधुनों की मिठास ने उन्हें “बिहार कोकिला” का दर्जा दिया था। भले ही आज वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज अब भी लोगों की भावनाओं में जीवंत है।
आज (5 नवंबर) को उनकी पहली पुण्यतिथि है। ठीक इसी दिन 2024 में उन्होंने दिल्ली के एम्स (AIIMS) अस्पताल में अंतिम सांस ली थी। उनके निधन ने पूरे देश को शोकाकुल कर दिया था। बिहार ही नहीं, पूरे भारत के संगीत प्रेमियों के लिए वह दिन बेहद भावुक करने वाला था।
उनकी पुण्यतिथि पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई दिग्गज नेताओं ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा – बिहार कोकिला शारदा सिन्हा जी की पहली पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि। उन्होंने बिहार की कला और संस्कृति को लोकगीतों के माध्यम से नई पहचान दी, जिसके लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा। महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीत हमेशा जनमानस में रचे-बसे रहेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए लिखा – बिहार कोकिला, पद्मश्री एवं पद्म भूषण से सम्मानित स्वर्गीय शारदा सिन्हा जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। छठ महापर्व पर उनकी सुरीली आवाज में गाए गए मधुर गीत आज भी बिहार समेत देश के हर हिस्से में गूंजते हैं। बिहार की धरती, संगीत जगत और संगीत प्रेमियों में उनकी स्मृति सदैव जीवित रहेगी।
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा – प्रख्यात लोक गायिका, पद्म विभूषण डॉ. शारदा सिन्हा जी को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि। उनके स्वर में लोकजीवन की लय और लोकमन की करुणा बसती थी। उनकी मधुर वाणी ने मैथिली, भोजपुरी सहित अनेक लोकभाषाओं और लोकसंस्कृति को जन-जन के हृदय में प्रतिष्ठित किया। उनकी स्वरधारा सदैव हमारी स्मृतियों में जीवंत रहेगी।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी श्रद्धांजलि देते हुए कहा – अपने लोकगीतों की धुन और स्वरों के स्पंदन से सबके हृदय में जगह बनाने वाली बिहार कोकिला, पद्म विभूषण से अलंकृत सुप्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मैथिली और मगही जैसी लोकभाषाओं में दर्जनों अमर गीत दिए, जो आज भी छठ घाटों पर आस्था की आवाज बनकर गूंजते हैं। उनका गीत “केलवा के पात पर उगेल सूरज देव” आज भी हर छठव्रती के दिल में जगह रखता है।







