“गांधी के रास्ते, कोसी पीड़ितों के वास्ते” सत्याग्रह पदयात्रा, सुपौल से पटना जाएंगे पदयात्रा में शामिल लोग, भूमिहीनों को पुनर्वास सहित अन्य मांग

न्यूज़ डेस्क सुपौल:

कोसी तटबंध के भीतर बसे करीब 350 गांवो के लोगों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सुपौल जिले के बैरियामंच से कोसी नव निर्माण मंच के बैनर तले मंगलवार को “गांधी के रास्ते, कोसी पीड़ितों के वास्ते” सत्याग्रह पदयात्रा निकाली गई। पदयात्रा में कोसी तटबंध में रहने वाले बुजुर्ग, महिला व पुरुष के साथ-साथ युवक-युवतियां भी शामिल है। सभी सुपौल से पैदल चलकर पटना स्थित गांधी मैदान पहुंचेंगे। इसको लेकर सबसे पहले कोशी पूर्वी तटबंध के मूंगरार घाट पर कोसी नवनिर्माण मंच के संयोजक महेंद्र यादव के नेतृत्व में बैठक की गई। सत्याग्रह पदयात्रा के लिए सभी पहले पैदल चलकर सुपौल शहर के गांधी मैदान में एकत्रित हुए। फिर यहां एक जनसभा का आयोजन किया गया।

बाढ़ व कटाव से हर साल होती है तबाही और बर्बादी

कोसी नवनिर्माण मंच के संयोजक महेंद्र यादव ने कहा कि कोसी तटबंध के बीच फंसे लाखों लोगों को समुचित पुनर्वास आज तक नहीं किया गया है। हर वर्ष बाढ़-कटाव की तबाही और बर्बादी झेलने को लोग विवश बने रहते हैं। साथ ही कोसी तटबंध के अंदर नदी में गाद भर जाने की वजह से तटबंध के बाहर के लोगों के लिए खतरा भी बढ़ रहा है। बाढ़ और कटाव से इन लोगों के खेती और घर दोनों प्रभावित होते हैं। जिस इलाके के लोग हर साल एक जगह से दूसरे जगह पलायन करते है।

सहरसा, खगड़िया होते हुए पटना जाएगी पदयात्रा

कोशी नवनिर्माण मंच के संयोजक श्री यादव ने कहा कि ऐसे में सत्याग्रह पदयात्रा आज निकाली गयी है। जो कोसी तटबंध के रास्ते बकौर होते हुए सहरसा जिले से गुजरते खगड़िया जिला पहुंचेगी। यह सत्याग्रह पदयात्रा आगामी 12 फरवरी को पटना पहुंचेगी। हम लोग मुख्य मांग मुख्यमंत्री से करेंगे।

Leave a Comment

[democracy id="1"]