रिपोर्ट: अमरेश कुमार|सुपौल
जिले के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल से नवजात बच्चा के अदलाबदली हो जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले में पीड़ित परिजन ने अस्पताल में किसी के द्वारा बच्चा बदल दिए जाने का आरोप लगाया है। नवजात बच्चे की अदला बदली की जानकारी मिलते ही अस्पताल परिसर में अफरातफरी मच गई। वहीं मामला संज्ञान में आने के बाद अस्पताल प्रबंधन मामले की तहकीकात में जुट गया और गहन छानबीन के बाद नवजात बच्चा को एक गाँव से बरामद कर पीड़ित परिवार को सौंप दिया गया है।
मालूम हो कि 26 वर्षीय संझा देवी प्रसव के लिए कल अस्पताल में भर्ती हुई थी। बताया जाता है कि आज सबेरे सांझा देवी ने एक स्वस्थ बालक को जन्म दिया। लेकिन कुछ ही देर बाद नवजात बच्चा बिस्तर से गायब हो गया और उस जगह एक नवजात बच्ची को रख दिया गया। होस में आने के बाद संझा देवी ने देखा कि उसे लड़का हुआ था लेकिन उसके पास लड़की रखा हुआ है। जिसके बाद यह जानकारी परिजनों से साझा की गई। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में इसकी जानकारी प्रबंधन को दी। यह मामला अस्पताल में आग की तरह फैल गयी। वहीं इस घटना से परिजनों में कोहराम मच गया। संझा देवी जदिया थाना क्षेत्र के कुपाड़ी की रहने वाली बताई जा रही है।
घटना की जानकारी देते हुए संझा देवी की माँ उर्मिला देवी ने बताया कि उनकी बेटी संझा देवी को लड़का पैदा हुआ। कहा कि इस दौरान प्रसव कक्ष में प्रसव के लिए आई कई महिला भी मौजूद थी। कहा कि वो किसी काम से कुछ देर के लिए बाहर निकली उसी वक्त किसी ने लड़का बदल कर लड़की बेड पर रख कर चला गया। कहा कि वो जब बाहर से प्रसव कक्ष लौटी तब देखा कि बच्चा बदल लिया गया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने मामले की जांच शुरू कर दी। काफी जद्दोजहद व अस्पताल प्रबंधन द्वारा की गई कार्यवाही के बाद आखिरकार नवजात बच्चा को त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के बरेरवा गांव से बरामद किया गया। इस संदर्भ में बच्चा ले गए प्रसूता ने बताया कि गलतफहमी की वजह से बच्चा बदल गया था।
फिलहाल नवजात बालक को बरामद कर उसके असली मां संझा देवी के हवाले कर दिया गया है। वहीं संझा देवी के बेड पर रखी नवजात बच्ची उसके असली मां के हवाले कर दिया गया है। तब जाकर मामला शांत हुआ। फिलहाल बच्चा अदला बदली को लेकर लोगों में तरह तरह की चर्चा हो रही है।