रिपोर्ट: अमरेश कुमार|सुपौल
जिले भर में विभिन्न स्थानों पर वासंतीय चैत्र नवरात्रि भक्तिमय वातावरण में धूमधाम से मनाया जाता है। इसी कड़ी में सुपौल नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड न 07 चकला निर्मली स्थित चैती दुर्गा मंदिर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी चैत्र नवरात्रि को लेकर भव्य तैयारी की गई है। चकला निर्मली स्थित चैती मां दुर्गा मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है। कहते हैं कि सुपौल नगर परिषद वार्ड 07 चकला निर्मली स्थित दुर्गा मंदिर में करीब 70 वर्षो से हर वर्ष चैत्र नवरात्रि धूमधाम से मनाया जाता है। यहां हर वर्ष इस अवसर पर भव्य पूजा की जाती है। जिसमे हजारों की संख्यां में लोग जुटते हैं। खास कर यहां अष्टमी और नवमी को महाआरती का आयोजन किया जाता है। जो भव्य और अलौकिक रहता है। यहां की महाआरती इलाके में काफी प्रसिद्ध है। लोग भक्ति भाव में डूब जाते है। जिसमे हजारों की संख्यां में श्रद्धालु पहुंचते हैं। पूजा को लेकर मन्दिर को करीने से सजाया गया है। आज वासंतीय नवरात्रि के प्रथम दिन नवरात्र करने वाले श्रद्धालु मन्दिर पहुंचे। जहाँ उन्होंने माता दुर्गा की आराधना की।
मान्यता है कि साल भर में चार नवरात्रि मनाई जाती है। जिनमें दो गुप्त और दो प्रत्यक्ष नवरात्रि होती है। इनमें से एक चैत्र नवरात्रि भी है। जो चैत्र महीने में पड़ती है। कहते हैं वासंतीय चैत्र नवरात्रि में मां जगत जननी के नौ रूपों की आराधना की जाती है। यही कारण है कि यहां हर दिन श्रद्धालुओं की भिड़ लगती है।
इसी चैत्र नवरात्रि से हिंदू नव वर्ष की भी शुरूआत होती है। लिहाजा इसकी बड़ी महत्ता है। कहते हैं देवी मां दुर्गा की विधिपूर्वक पूजन हवन करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली तमाम समस्याएं दूर हो जाती है और दुखों से मुक्ति मिलती है। जो भी श्रद्धालु विधि विधान और श्रद्धा भाव से मां दुर्गा की पूजा करते हैं उसके घर में सुख समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।