बिजली के करंट की चपेट में आने से युवक की मौत, परिवार में मचा कोहराम

न्यूज डेस्क सुपौल:

जिले के प्रतापगंज थाना क्षेत्र के चिलौनी उत्तर पंचायत के बेलही गांव वार्ड नंबर 3 निवासी श्याम नारायण यादव के 21 वर्षीय पुत्र नीतीश कुमार की करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब नीतीश खेत में छोड़े गए बिजली के तार को समेटने गया था।

खेत की सिंचाई के बाद छोड़ा था तार

परिजनों के अनुसार, बुधवार को नीतीश खेत में फसल की सिंचाई कर रहा था। काम खत्म होने के बाद, देर शाम होने के कारण उसने अस्थायी रूप से बिजली का तार वहीं छोड़ दिया और घर लौट आया। अगले दिन गुरुवार को उसे अपने गांव के पास चल रहे एक क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लेना था, इसलिए वह सुबह जल्दी खेत में छोड़े गए तार को समेटने के लिए चला गया।

जल्दबाजी में हुई अनहोनी

परिजनों का मानना है कि जल्दबाजी में वह यह भूल गया कि तार मेन लाइन से जुड़ा हुआ है। जैसे ही उसने तार को समेटना शुरू किया, वह तेज करंट की चपेट में आ गया और मौके पर ही अचेत होकर गिर पड़ा।

किसान की नजर पड़ने पर हुआ खुलासा

घटना की जानकारी तब मिली जब उसी क्षेत्र में सिंचाई कर रहे एक किसान की नजर खेत में पड़े व्यक्ति पर पड़ी। जब वह पास गया तो देखा कि नीतीश बेहोश पड़ा हुआ है। किसान ने तुरंत गांव में सूचना भिजवाई।

परिजन बदहवास, अस्पताल में डॉक्टर ने किया मृत घोषित

खबर मिलते ही परिजन और ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुंचे और किसी तरह नीतीश को उठाकर सिमराही रेफरल अस्पताल ले गए। लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया

गांव में मातम, पोस्टमार्टम से इनकार

नीतीश की मौत की खबर जैसे ही गांव में फैली, उसके घर पर कोहराम मच गया। माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य बेसुध हो गए। आसपास के ग्रामीण भी बड़ी संख्या में घर पर इकट्ठा हो गए। दुखी परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया और बिना कानूनी प्रक्रिया के अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी।

बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप

स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण अक्सर इस तरह की घटनाएं होती हैं। खेतों में बिजली के तार खुले छोड़ने से हादसों का खतरा बना रहता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से बिजली से जुड़े सुरक्षा उपायों को कड़ाई से लागू करने की मांग की है ताकि आगे ऐसी दर्दनाक घटनाएं न हों।

Leave a Comment

[democracy id="1"]