



न्यूज डेस्क पटना:
बुधवार को जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के बाद प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरमा गया। लाठीचार्ज की खबर मिलते ही जन सुराज के प्रणेता प्रशांत किशोर घटनास्थल पर पहुंचे और आक्रोशित हो गए। इसपर उन्होंने पुलिसकर्मी को ललकारते हुए कहा—”ऐ…तुम लाठी चलाओगे? इतना दम है तो मुझ पर लाठी चला कर दिखाओ। मैं सामने खड़ा हूं, मारो लाठी।”
इस दौरान पीके गुस्से में पुलिसकर्मियों की ओर बढ़ते चले गए। उनके तीखे तेवर देखकर लाठी थामे खड़े जवान पीछे हट गए और कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। कार्यकर्ताओं ने प्रशांत किशोर को शांत करने की कोशिश की, लेकिन उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करना लोकतंत्र का गला घोंटना है।
प्रशांत किशोर ने मीडिया से बात करते हुए सरकार से तीन प्रमुख सवाल किए—
- गरीब परिवारों को रोजगार के लिए 2 लाख रुपये क्यों नहीं मिले?
- दलित परिवारों को 3 डिसमिल जमीन अब तक क्यों नहीं दी गई?
- भूमि सर्वेक्षण में हो रहे भ्रष्टाचार पर सरकार क्या कर रही है?
इसके बाद जन सुराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा। सरकार ने इस पर 7 दिनों में जवाब देने का वादा किया है। प्रशांत किशोर ने चेतावनी दी कि यदि तय समय में जवाब नहीं मिला, तो जन सुराज पार्टी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास का घेराव करेगी। घटना के बाद से पूरे मामले की राजनीतिक गर्मी बढ़ गई है और सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।